नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
Noida Airport: दिल्ली के पास यूपी के गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जब बनकर तैयार हो जाएगा तो दुनिया के बड़े-बड़े एयरपोर्ट को टक्कर देगा. एयरपोर्ट निर्माण के दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण का सर्वेक्षण दो सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है. जेवर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के पहले चरण के तहत निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण को हरी झंडी दे दी है.
एयरपोर्ट निर्माण से जुड़े एक अधिरारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एयरपोर्ट निर्माण के दूसरे चरण के तहत 1365 हेक्टेयर क्षेत्र में निर्माण की योजना है. जिसमें करीब 1185 हेक्टेयर जमीन का मालिकाना हक छह गांव के लोगों के पास है. जिसमें रणहेरा, कुरेब, दयानतपुर, करौली बांगर, मुद्रा और बीरमपुर गांव शामिल है.
पहले ही ले ली गई है सहमति
एडीएम भूमि अधिग्रहण बलराम सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि एयरपोर्ट निर्माण (Noida Airport) के दूसरे चरण के लिए जो जमीन चाहिए, उसके लिए जमीन के मालिकों से पहले ही सहमति ले ली गई है. भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. शासन ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.
क्या है इस एयरपोर्ट की खासियत
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida Airport) की खासियत की बात करें तो ये दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होने वाला है. इस एयरपोर्ट को बनाने में 29,650 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस एयरपोर्ट का निर्माण 62,00 हेक्टेयर जमीन पर हो रहा है. साल 2024 के सितंबर महीने में इस एयरपोर्ट से पहली उड़ान होगी. इतना ही नहीं इस एयरपोर्ट पर एक साथ 178 विमान हो सकेंगे. साथ ही यहां पांच रनवे बनाएं जाएंगे और दो टर्मिनट होंगे. जेवर एयरपोर्ट आने वाले वक्त में सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश की एविएशन इंडस्ट्री का अनमोल गहना बनकर तैयार होगा.
ये भी पढ़ें: Gorakhpur Film City: गोरखपुर में बनेंगी भोजपुरी फिल्में, मुंबई जाने की नहीं होगी जरूरत, जानिए क्या है प्लान
बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी (जेएआईए) की सहायक कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) यूपी सरकार के लिए इस एयरपोर्ट का निर्माण कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.