परषोत्तम रूपाला (फोटो- X)
गुजरात के राजकोट सीट से बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समाज से माफी मांगी है. क्षेत्र में जनसभा के दौरान उन्होंने ये माफी मांगी है. कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री ने क्षत्रिय समाज से जुड़ा एक बयान दिया था. जिसके बाद से क्षत्रिय समाज नाराज है. क्षत्रिय समाज उनके विरोध में कई प्रदर्शन भी किए थे.
27 अप्रैल को जसदन में आयोजित एक चुनावी को संबोधित करते हुए परषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समुदाय से माफी मांगी. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि, मैनें गलती की थी. इसके लिए मैंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है. मेरा कोई गलत इरादा नहीं था. मैंने क्षत्रिय समुदाय के बीच में जाकर भी माफी मांगी है. उनकी तरफ से मुझे सकारात्मक प्रतिक्रिया भी मिली है. लेकिन उसके बाद पीएम मोदी का विरोध किस लिए?
સમસ્ત ક્ષત્રિય સમાજને મારી નમ્ર વિનંતી… pic.twitter.com/nPS8bgQsbW
— Parshottam Rupala (मोदी का परिवार) (@PRupala) April 26, 2024
उन्होंने क्षत्रिय समाज को लेकर आगे कहा कि बीजेपी के विकास में आपका बड़ा योगदान रहा है. 18 घंटे काम करने वाले पीएम जब देश के अलावा कुछ नहीं सोच रहे हैं. उनकी विकास यात्रा में कई क्षत्रिय उनके साथ रहे हैं. तो मेरी वजह से उनका विरोध क्यों? मैं अपनी गलती मानता हूं. लेकिन पीएम के खिलाफ समुदाय को सामने कर देना सही नहीं लग रहा है. उनके खिलाफ गुस्से पर एक बार जरूर सोचें.
दरअसल,22 मार्च को दलितों की एक सभा को संबोधित करते हुए परसोत्तम रूपाला ने रजवाड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि राजा-रजवाड़े भी अंग्रेजों के सामने झुक गए थे. उन्होंने अंग्रेजों के साथ पारिवारिक संबंध बना लिए थे. इतना ही नहीं अपनी बेटियों की शादियां भी उनसे कर दी थी. लेकिन हमारे दलित समुदाय ने न ही अपना धर्म बदला और ना ही उनसे किसी प्रकार के संबंध स्थापित किए थे. जबकि, हम पर ही सबसे ज्यादा अत्याचार हुए.
बता दें कि परषोत्तम रुपाला के बयान के बाद क्षत्रिय समजा ने कड़ी नाराजगी जाहिर की थी. उनके बयान के बाद कई जगह पर विरोध प्रदर्शन भी किए गए थे. क्षत्रिय समजा की मांग है कि रूपाला खूद से लोकसभा चुनाव से हट जाएं या बीजेपी उनका टिकट काट दे. लेकिन अभी तक इनमें से कोई भी मांग पूरी नहीं हुई है. इस बीच उन्होंने फिर से क्षत्रिय समाज से माफी मांगी है.
ये भी पढ़ें- अमेरिकी राजदूत ने की भारतीय प्रतिभा की प्रशंसा, कहा- “अगर आप भारतीय नहीं हैं तो अमेरिका में CEO नहीं बन सकते”
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.