Bharat Express

YouTube ने वीडियो अपलोडिंग के तरीके में किया बदलाव, जान लें ये नया फीचर

YouTube ने एक नया फीचर पेश किया है, जिसके जरिए यूजर्स वीडियो को तेजी से शेयर कर सकेंगे. इसके अलावा, नया वीडियो प्रोसेस फीचर क्रिएटर्स को वीडियो शेड्यूल करने और वीडियो अपलोड होने में लगने वाले समय का ट्रैक रखने में मदद करेगा.

YouTube

YouTube ने वीडियो अपलोडिंग के तरीके में किया बदलाव

वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म YouTube अपने यूज़र के लिए कायी तरह के बदलाव करती रहती है। इसी कड़ी में यूटूब ने वीडियो अपलोड करने के तरीके में बदलाव कर दिया है. अब वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूजर्स को दिखाएगा कि अपलोड होने से पहले वीडियो को पूरी क्वालिटी के साथ अपलोड करने में कितना वक़्त लगता है. कंपनी के मुताबिक़ इससे उन क्रिएटर्स को मदद मिलने वाली है , जो लगातार YouTube पर कई वीडियो अपलोड करते हैं. यह स्टैंडर्ड डेफिनिशन, हाई डेफिनिशन और 4K सहित सभी क्वालिटी के वीडियो के साथ काम करने वाला है.

Google के स्वामित्व वाले वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने अपने यूजर्स को नए वीडियो अपलोड करने की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करने के लिए अपने सपोर्ट पेज को अपडेट कर दिया है. इस दौरान YouTube ने कहा है कि 4K या HD रिजोलूशन वाले हाई क्वालिटी वाले वीडियो को प्रोसेस होने में अधिक वक़त लगता है.

ये भी पढ़ें- Business: केवल 25,000 रुपये में इस बिजनेस से होगी हर महीने डबल कमाई, जानें कैसे

इससे पहले YouTube ने वीडियो अपलोड होने से पहले अपने यूजर्स को दो अलग-अलग वेटिंग पीरियड डिस्प्ले करता था. पहले में वीडियो अपलोड करने में लगने वाला समय दिखायी देता था और दूसरे में उस समय को दिखाया गया है  जिसमें प्लेटफॉर्म को फाइल को फुल क्वालिटी वाले वीडियो में प्रोसेस करने में लगता था.

तेजी से शेयर होगा वीडियो

इस नए फीचर के जरिए यूजर्स वीडियो को तेजी से शेयर कर सकते है . इसके साथ ही , नया वीडियो प्रोसेस फीचर क्रिएटर्स को वीडियो शेड्यूल करने और वीडियो अपलोड होने में लगने वाले वक़त का ट्रैक रखने में मदद करता है. यह फीचर फिलहाल कुछ यूजर्स के लिए जारी कर दिया गया  है और जल्द ही सभी यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया जाएगा .

गाइडलाइन्स उल्लंघन पर एक्शन

वही वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने अपनी कम्युनिटी गाइडलाइन्स के उल्लंघन का हवाला देते हुए जुलाई और सितंबर 2022 के महीनों में अपने प्लेटफॉर्म से 5.6 मिलियन वीडियो हटाने का फ़ैसला लिया हैं. दो महीनों के दौरान प्लेटफॉर्म को 271,000 से अधिक रिमूवल अपीलें प्राप्त हुयी है.

नहीं हटाया सभी आपत्तिजनक कंटेंट

इसके साथ ही प्लेटफ़ॉर्म ने हटाए गए वीडियो के जवाब में क्रिएटर्स द्वारा सबमिट की गई अपीलों की संख्या को भी ट्रैक कर लिया है. इससे सिस्टम की सटीकता की स्पष्ट समझ हासिल करने में मदद मिल सकती है. कंपनी ने अपने ब्लॉग में बताया है कि रियल वर्ल्ड हार्म को रोकने का मतलब यह नहीं है कि यह YouTube सभी आपत्तिजनक कंटेंट को हटाने वाला है क्योंकि  यह माना जाता है कि ओपन डिबेट और फ्री एक्सप्रेशन बेहतर सामाजिक परिणामों की ओर जाता हैं

 



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read