JIO’S SPECTRUM ACQUISITION: दूरसंचार विभाग द्वारा आयोजित स्पेक्ट्रम नीलामी में आज भारत की सबसे बड़ी डिजिटल सेवा प्रदाता कंपनी जियो ने बिहार और पश्चिम बंगाल में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में अतिरिक्त स्पेक्ट्रम हासिल किया. इस अधिग्रहण के साथ, जियो का स्पेक्ट्रम अब बढ़कर 26,801 मेगाहर्ट्ज (अपलिंक प्लस डाउनलिंक) हो गया है, जिससे इसकी अग्रणी स्थिति और मजबूत हो गई है.
जियो ने पहले ही 4जी और 5जी जैसी बैंडविड्थ-कुशल प्रौद्योगिकियों पर पूरे भारत में बड़ी मात्रा में स्पेक्ट्रम की सुविधा दी, आज फिर से स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण भौगोलिक-विशिष्ट मांग को पूरा करने और अपने नेटवर्क पर उच्चतम गुणवत्ता वाले ग्राहक अनुभव को सुनिश्चित करने के लिए किया गया है.
जियो भारत में एकमात्र ऑपरेटर है जिसके पास लो-बैंड, मिड-बैंड और हाई-बैंड (700 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज) स्पेक्ट्रम तक पहुंच है, जो इसे 5जी पर ग्राहकों को शानदार अनुभव प्रदान करने का अनूठा लाभ देता है.
रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, “स्पेक्ट्रम आवंटन के 12 महीनों के भीतर दुनिया के सबसे तेज और व्यापक स्टैंडअलोन 5जी नेटवर्क में से एक को शुरू करके हमने पहले ही डिजिटल इंडिया विजन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है.”
उन्होंने कहा, “यह नया स्पेक्ट्रम अधिग्रहण हमें बढ़ती ट्रैफ़िक मांगों और बेहतर ग्राहक अनुभव के संदर्भ में नए भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम बनाता रहेगा, जो अब केवल शहरी बाज़ारों तक सीमित नहीं है. हम चाहते हैं कि प्रत्येक भारतीय जियो के अगली पीढ़ी के डिजिटल समाधानों के परिवर्तनकारी लाभों का आनंद उठाए.”
स्पेक्ट्रम नीलामी की शर्तों के अनुसार, उपरोक्त स्पेक्ट्रम लागत का भुगतान 20 समान वार्षिक किस्तों में किया जा सकता है, जिस पर 8.65 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से ब्याज लगेगा.
– भारत एक्सप्रेस
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