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मशरूम की खेती कर हर महीने लाखों कमा रहीं वंद्या चौरसिया, CM योगी से मिला इन्‍हें ‘यूपी की स्‍पेशल वुमन’ का अवार्ड

Vandhya Chaurasia Mushrooms cultivating in Varanasi: वाराणसी की रहने वाली वंद्या चौरसिया हरहुआ इलाके में साल 2,000 से मशरूम की खेती कर रही हैं. उनको ‘यूपी की विशेष महिला’ का अवार्ड भी मिल चुका है.

Vandhya Chaurasia varanasi

वाराणसी की रहने वाली वंद्या चौरसिया मशरूम की खेती करके लाखों का टर्नओवर कर रही हैं.

Special Woman of UP: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में कुछ महिलाएं 20-25 साल से मशरूम की खेती करके सलाना लाखों रुपए कमा रही हैं. इनमें एक महिला वंद्या चौरसिया को ‘यूपी की स्‍पेशल वुमन’ का अवार्ड भी मिल चुका है. वंद्या हरहुआ इलाके में साल 2,000 से मशरूम की खेती कर रही हैं.

वाराणसी की रहने वाली वंद्या चौरसिया बताती हैं कि उन्‍होंने बीएड की पढ़ाई कर रखी है. मशरूम की खेती को समझने के लिए उन्‍होंने पूसा इंस्टीट्यूट, दिल्ली और मशरूम रिसर्च सेंटर सोनल से ट्रेनिंग ली थी. उन्‍होंने कहा, “बीएड के बाद मैंने मशरूम की खेती करने के बारे में सोचा, क्योंकि उस समय इसकी खेती उतनी ज्यादा होती नहीं थी. उस समय इसको करना बहुत ही ज्यादा चैलेंजिंग था, मशरूम की मार्केटिंग और प्रोडक्शन करना आसान नहीं था.”

वाराणसी में मशरूम की खेती

भाजपा सरकार में आए बड़े बदलाव: वंद्या चौरसिया

बहरहाल, वंद्या चौरसिया का नाम मशरूम की खेती के लिए दूर-दराज तक जाना जाता है. स्‍थानीय लोग तो यह भी कहते हैं कि उनका इससे करोड़ों रुपये का टर्नओवर हो रहा है. आत्‍मनिर्भर बनने की बात करते हुए वंद्या कहती हैं कि मौजूदा सरकार में काफी बदलाव आए हैं.

‘हर माह मुझे दो-ढाई लाख रुपए की बचत होती है’

उन्‍होंने कहा- “भाजपा सरकार में हमें बिजली की सप्लाई ज्यादा होने लगी, इससे मदद मिली. मशरूम के प्रोडक्शन के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि प्रतिदिन ढाई से तीन क्विंटल का प्रोडक्शन होता है. महीने की दो-ढाई लाख रुपए की बचत होती है.” उन्होंने बताया कि हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट वालों का बहुत सहयोग मिला.

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मशरूम की भी कई किस्में होती हैं

‘प्रोडक्शन को बढ़ाकर 25 लोगों को रोजगार दिया’

वंद्या चौरसिया मशरूम के प्रोडक्शन को बढ़ाने के बारे में भी जानकारी दी. उन्‍होंने कहा कि मशरूम के प्रोडक्शन को बढ़ाकर 25 लोगों को रोजगार दिया गया है. आज एक बीघे एरिया में मशरूम की खेती है. वंद्या ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मेरे काम की सराहना की है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे ‘यूपी की विशेष महिला’ का पुरस्कार दिया था.

बेटा भी पढ़ाई मुंबई छोड़कर मशरूम उगाने लगा

वंद्या चौरसिया के बेटे सोहम चौरसिया ने बताया, मैं मुंबई में पढ़ाई कर रहा था, लेक‍िन कोव‍िड में वाराणसी आकर मां के साथ मशरूम की खेती करने लगा. सोहम का कहना है क‍ि वह मां के काम भविष्य में और आगे बढ़ाएंगे.

– भारत एक्‍सप्रेस

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