Women's T20 World Cup
यह घटना न्यूज़ीलैंड की पारी के 14वें ओवर में हुई. दीप्ति शर्मा के ओवर की आखिरी गेंद पर केर ने एक रन लिया. जैसे ही अंपायर ने ओवर समाप्त होने का संकेत दिया, गेंद डेड हो चुकी थी. हालांकि, इसके तुरंत बाद एमेलिया केर और सोफी डिवाइन ने दूसरा रन लेने की कोशिश की, जिससे खेल में अनिश्चितता की स्थिति बन गई.
अंपायर ने दिया चौंकाने वाला फैसला
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए कीपर एंड पर थ्रो किया, और उस समय केर क्रीज से काफी दूर थीं. ऐसा लग रहा था कि केर आउट हो चुकी हैं और वह पवेलियन की ओर लौटने लगीं. लेकिन, मैदान पर मौजूद अंपायरों ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया और केर को वापस बैटिंग के लिए बुला लिया. अंपायरों का यह मानना था कि पहला रन लेने के बाद गेंद डेड हो चुकी थी, इसलिए रनआउट मान्य नहीं था. इस फैसले से हरमनप्रीत कौर बेहद नाराज हो गईं और उन्होंने अंपायरों से इस पर लंबी चर्चा की.
अगले ओवर में किसे स्ट्राइक मिली?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर अंपायरों ने गेंद को डेड घोषित कर दिया था, तो अगले ओवर की पहली गेंद पर एमेलिया केर को स्ट्राइक पर होना चाहिए था. लेकिन 15वें ओवर की पहली गेंद का सामना सोफी डिवाइन ने किया, जिससे अंपायरिंग के फैसले पर और सवाल खड़े हो गए.
मैदान पर हुए इस घटनाक्रम ने मैच का माहौल गर्म कर दिया. अंपायरों को ओवर समाप्त करने से पहले हरमनप्रीत के थ्रो का इंतजार करना चाहिए था, जिससे केर के आउट होने पर सही निर्णय लिया जा सकता था. हालांकि, एमेलिया केर इस मौके का ज्यादा फायदा नहीं उठा पाईं और अगली ही गेंद पर रेणुका सिंह ने उन्हें 13 रनों के स्कोर पर आउट कर दिया. इस विवादास्पद घटना ने मैच में अंपायरिंग को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं और भारतीय टीम के कप्तान की नाराजगी स्पष्ट रूप से दिखाई दी.
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-भारत एक्सप्रेस
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