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Bihar: लालू यादव को नजरबंद करने का लगाया आरोप, बक्सर सांसद बोले- उपचुनाव से क्यों गायब हैं नीतीश कुमार

आरोपों पर बक्सर से आरजेडी के सांसद सुधाकर सिंह ने रविवार को कैमूर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू यादव अभी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं. हाल ही में उनकी बाईपास सर्जरी हुई है.

लालू यादव

लालू यादव.

बिहार में चार सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है. उससे पहले ही प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. जदयू (JDU) ने आरजेडी पर लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) को चुनाव से पहले नजरबंद करने का आरोप लगाया है.

लालू यादव स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझ रहे

जदयू के आरोपों पर बक्सर से आरजेडी (RJD) के सांसद सुधाकर सिंह (MP Sudhakar Singh) ने पलटवार किया है. आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने रविवार को कैमूर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू यादव अभी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं. हाल ही में उनकी बाईपास सर्जरी हुई है. उनके बारे में ऐसी बात करने वाले खुद सत्ता लोभी हैं. अभी तक नीतीश कुमार खुद चुनाव में दिखे नहीं हैं. हमारे नेता बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है, यह बात बिहार ही नहीं पूरा देश जानता है.


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उनके नेता अघोषित रूप से कैद में है

उन्होंने आगे कहा, “उनके नेता अघोषित रूप से चंद नौकरशाह और कैबिनेट मंत्रियों के कैद में हैं. बिहार की जनता इस बार उनका इलाज कर देगी.” रामगढ़ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सांसद सुधाकर सिंह ने कहा, “यहां की जनता हमें हमेशा वोट देती है और आगे भी देती रहेगी. कोई गलती से 50 या 70 साल में एक दो बार जीता होगा. रामगढ़ हमेशा समाजवादियों का गढ़ है और यहां न्याय, ईमानदारी और विकास के नाम पर वोट पड़ता है और हमारे राजद प्रत्याशी अजीत के मुकाबले में यहां कोई नहीं है. रामगढ़ के लोग हमेशा ईमानदारी और न्याय के लिए लड़ने वाले लोगों को ही वोट देते हैं.”

देश को सुप्रीम कोर्ट के दबाव में स्वतंत्र माना

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी निशाना साधते हुए सांसद सुधाकर सिंह ने कहा, “लोकतंत्र विरोधी, आरएसएस, गोलवलकर और सावरकर के वंशज देश की आजादी के खिलाफ थे. उन्होंने आज तक तो माफी नहीं मांगी. आरएसएस के लोगों ने तो देश को साल 2007 में सुप्रीम कोर्ट के दबाव में स्वतंत्र माना था. इसके बाद उन्होंने अपने मुख्यालय पर तिरंगा फहराया. देश की जनता ने जब इन्हें डोज दे दिया, तो इनको लोकतंत्र याद आ रहा है. पहले तो यह बोलते थे कि हम संविधान बदलेंगे. संविधान बदलने के लिए 400 पार का नारा लगा रहे थे.”

-भारत एक्सप्रेस

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