केरल में कासरगोड (Kasargod) के नीलेश्वरम स्थित अंजुताम्बलम वीरारकव मंदिर में एक समारोह के लिए रखे गए पटाखों में पिछले हफ्ते आग (Anjootambalam Veererkavu Temple Fire Incident) लगने से बड़ी दुर्घटना हो गई थी. इस हादसे में तीन लोगों की मौत पिछले हफ्ते हुई थी. जबकि 154 लोग घायल हुए थे, जिसमें करीब 15 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
मंदिर उत्सव के दौरान हुई थी दुर्घटना
ताजा जानकारी के मुताबिक, मरने वालों की संख्या अब बढ़कर चार हो गई है. घायल शिबिन राज ने सोमवार तड़के कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पिछले सोमवार को हुई दुर्घटना के बाद उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था. मंदिर उत्सव के दौरान आतिशबाजी दुर्घटना पिछले सप्ताह सोमवार देर रात हुई थी. घायलों में वे लोग भी शामिल थे जो लोकप्रिय ‘थेय्यम’ अनुष्ठान देखने आए थे. यह एक ऐसा आयोजन है जो ज्यादातर कन्नूर और कासरगोड जिलों के मंदिरों में देखा जाता है.
सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया
स्थानीय अधिकारियों ने कहा था कि मंदिर अधिकारियों की ओर से एक बड़ी चूक थी, जिन्होंने पटाखे फोड़ते समय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया था. कासरगोड जिले की पुलिस अधीक्षक (एसपी) डी. शिल्पा ने कहा था कि अधिकारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने में विफल रहे और उनके पास कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति भी नहीं थी.
जिला अदालत ने रद्द की जमानत
पुलिस ने इस त्रासदी के बाद पूछताछ के लिए मंदिर के तीन अधिकारियों को हिरासत में लिया और फिर उन्हें गिरफ्तार किया. बाद में स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी. लेकिन जिला अदालत ने तीनों को दी गई जमानत रद्द कर दी. जिला अदालत की ओर से जमानत रद्द करने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि अधिकारियों की ओर से गंभीर लापरवाही बरती गई.
-भारत एक्सप्रेस