गुजरात के गोधरा कांड पर बनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ (The Sabarmati Report) की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराहना की है. पीएम मोदी ने रविवार को तारीफ करते हुए कहा कि फेक नैरेटिव ज्यादा दिनों तक नहीं चलता. अच्छी बात है कि यह सच्चाई सामने आ रही है.
पीएम मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से एक पोस्ट को दोबारा शेयर करते हुए लिखा “बहुत बढ़िया कहा आपने. यह अच्छी बात है कि यह सच्चाई सामने आ रही है और वह भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें. एक फेक नैरेटिव ज्यादा दिनों तक चलता नहीं है. आखिरकार तथ्य हमेशा सामने आते हैं.”
Well said. It is good that this truth is coming out, and that too in a way common people can see it.
A fake narrative can persist only for a limited period of time. Eventually, the facts will always come out! https://t.co/8XXo5hQe2y
— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2024
द साबरमती रिपोर्ट जरूर देखनी चाहिए
पीएम मोदी के बारे में आलोक भट्ट नामक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि मुझे क्यों लगता है कि फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ जरूर देखनी चाहिए. मैं अपने विचार साझा करना चाहता हूं. यह प्रयास विशेष रूप से सराहनीय है क्योंकि यह हमारे हाल के इतिहास की सबसे शर्मनाक घटनाओं में से एक महत्वपूर्ण सच्चाई को सामने लाता है.
एजेंडे के लिए एक झूठ फैलाए गए
यूजर ने लिखा, फिल्म के निर्माताओं ने इस मुद्दे को बहुत संवेदनशीलता और गरिमा के साथ संभाला है. एक बड़े मुद्दे पर हम सभी के लिए यह आत्मनिरीक्षण करने लायक है कि कैसे ‘साबरमती एक्सप्रेस’ के यात्रियों को जलाए जाने की घटना को एक निहित स्वार्थी समूह द्वारा राजनीतिक बारूदी सुरंग में बदल दिया गया, जिसने इसे एक नेता की छवि को धूमिल करने के प्रयास के रूप में देखा.
तुच्छ एजेंडे को संतुष्ट करने के लिए एक के बाद एक झूठ फैलाए गए. आखिरकार केवल सत्य की जीत होती है. यह फिल्म वास्तव में उन 59 निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए श्रद्धांजलि है, जिन्हें हमने खो दिया.
‘द साबरमती रिपोर्ट’ साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की घटना पर आधारित है. यह घटना 27 फरवरी, 2002 को हुई थी, जिसमें झुलस कर 59 लोगों की मौत हो गई थी.
-भारत एक्सप्रेस