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धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में शामिल हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम, कही ये बात

बुंदेलखंड में बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के नेतृत्व में 160 किलोमीटर लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा आस्था और एकता का प्रतीक बन गई है, जो छतरपुर से शुरू होकर ओरछा के राम राजा मंदिर में संपन्न होगी. इस यात्रा ने हजारों श्रद्धालुओं को एकजुट कर सनातन धर्म के प्रति निष्ठा को उजागर किया है.

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बागेश्वर धाम के प्रमुख पुजारी धीरेंद्र शास्त्री ने बुंदेलखंड में सनातन हिंदू एकता पदयात्रा (Sanatan Hindu Unity Padyatra) का नेतृत्व किया, जो लोगों के व्यापक समर्थन के साथ आगे बढ़ रही है. यह 160 किलोमीटर लंबी पदयात्रा गुरुवार को छतरपुर जिले स्थित उनके आश्रम से आरंभ हुई और 29 नवंबर को टीकमगढ़ जिले के ओरछा स्थित राम राजा मंदिर में संपन्न होगी. इस पदयात्रा में विभिन्न समुदायों के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया, जिससे एकता और श्रद्धा का संदेश फैल रहा है. धीरेंद्र शास्त्री के साथ कदमताल करते हुए श्रद्धालु सनातन धर्म के प्रति अपनी भक्ति और निष्ठा व्यक्त कर रहे हैं.

आचार्य प्रमोद कृष्णम का समर्थन

प्रसिद्ध धार्मिक नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी इस यात्रा में शामिल हुए और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने लिखा, “पैरों में छाले, दिल में तूफान, आस्था की बाढ़, जागा हुआ हिंदुस्तान,”* और पदयात्रा को मिल रहे अपार समर्थन की सराहना की.

संस्कृति और आध्यात्मिकता का उत्सव

यात्रा के दृश्य श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को दर्शाते हैं, जो सनातन सिद्धांतों के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं. इस आयोजन ने क्षेत्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को उजागर किया है.

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राम राजा मंदिर की ओर यात्रा

यात्रा का मार्ग ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से गुजरते हुए समुदायों को जोड़ रहा है. इसका उद्देश्य सनातन धर्म के अनुयायियों के बीच एकता को मजबूत करना और विविधता में एकता का उत्सव मनाना है. ऐतिहासिक राम राजा मंदिर में होने वाला समापन समारोह हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा. बुंदेलखंड में यह पदयात्रा न केवल एक आध्यात्मिक आंदोलन बनकर उभरी है बल्कि सनातन धर्म और उसकी परंपराओं के प्रति गहरी आस्था का प्रतीक भी है.

-भारत एक्सप्रेस



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