पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में सांप्रदायिक झड़पों में मरने वालों की संख्या 100 से अधिक हो गई है. यह जानकारी अस्पताल प्रशासन ने गुरुवार को मीडिया को दी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गुरुवार को कुर्रम जिल में वाहनों के एक काफिल पर हुए हमले के बाद हिंसा भड़क उठी. जिले के घनी आबादी वाले बागान शहर में लगभग 200 वाहनों के काफिले पर भारी गोलीबारी की गई.
कम से कम 43 लोगों की मौत
बताया जा रहा है कि काफिले में अधिकतर शिया यात्री थे. हमले में कम से कम 43 लोग मारे गए थे और 16 अन्य घायल हो गए थे. यह काफिला पेशावर और पाराचिनार शहर के बीच यात्रियों को ले जा रहा था, जो कि अफगानिस्तान सीमा के निकट कुर्रम जिले में है, जहां सांप्रदायिक हिंसा और भूमि विवादों का इतिहास रहा है.
युद्ध विराम पर बनी सहमति
इस हमले के बाद दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा शुरू हो गई जिसके कारण सोमवार तक मरने वालों की संख्या 88 हो गई थी.
इस बीच प्रांतीय सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले का दौरा किया और दोनों संप्रदायों के बीच युद्ध विराम पर सहमति बनी. हालांकि, युद्ध विराम के दौरान भी छिटपुट झड़प जारी रहीं, जिससे मरने वालों की संख्या अब 100 से अधिक हो गई है.
नए सिरे से मध्यस्थता की होगी कोशिश
जिले के डिप्टी कमिश्नर जावेद उल्लाह महसूद ने मीडिया को बताया कि सरकारी प्रतिनिधिमंडल द्वारा युद्ध विराम सुनिश्चित करने में असफल रहने के बाद, पड़ोसी जिलों के जनजातीय समुदाय के बुजुर्गों का एक प्रतिमंडल गुरुवार को कुर्रम का दौरा करेंगे. इस दौरान ‘जिरगा’ या जनजातीय अदालत का आयोजन किया जाएगा. डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बुजुर्ग दोनों पक्षों को शत्रुता समाप्त करने के लिए नए सिरे से मध्यस्थता शुरू करने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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