आईपीएल 2025 (IPL 2025) की नीलामी ने एक बार फिर क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों का ध्यान खींचा. इस साल नीलामी में कई देशों के खिलाड़ियों को मोटी रकम देकर खरीदा गया, लेकिन बांग्लादेशी खिलाड़ियों (Bangladeshi players) के प्रति टीमों ने पूरी तरह से अनदेखी की. नीलामी में शामिल सभी बांग्लादेशी क्रिकेटर बिना किसी बोली के रह गए.
इस घटना के बाद बांग्लादेश में क्रिकेट प्रेमियों के बीच नाराजगी और निराशा बढ़ गई है. कुछ प्रशंसकों और विशेषज्ञों ने बीसीसीआई (BCCI) पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने Franchisees मालिकों को बांग्लादेशी खिलाड़ियों को न खरीदने का निर्देश दिया.
आरोपों की पड़ताल
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) और बीसीसीआई के बीच पिछले कुछ सालों में संबंधों में तनाव की खबरें आई हैं. हाल के वर्षों में बांग्लादेशी खिलाड़ियों की IPL में भागीदारी सीमित रही है. 2023 और 2024 के सीज़न में भी शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) और मुस्तफिज़ुर रहमान (Mustafizur Rahman) जैसे खिलाड़ियों को सीमित मौके मिले.
नीलामी से पहले यह देखा गया कि बांग्लादेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता आईपीएल के अधिकांश हिस्से में सीमित हो सकती है, क्योंकि उनका शेड्यूल राष्ट्रीय टीम के कार्यक्रम से टकरा रहा है. टीमों के लिए किसी खिलाड़ी को चुनना तभी फायदेमंद होता है जब वह पूरे सीज़न के लिए उपलब्ध हो.
क्या बीसीसीआई ने कोई निर्देश दिया?
यह आरोप लगाना कि बीसीसीआई ने फ्रेंचाइज़ियों को बांग्लादेशी खिलाड़ियों को न खरीदने के लिए कहा, बिना ठोस प्रमाण के सही नहीं लगता. आईपीएल फ्रेंचाइज़ी स्वतंत्र रूप से अपनी नीलामी रणनीति तय करती हैं. वे खिलाड़ियों का चयन उनकी फॉर्म, फिटनेस, भूमिका और उपलब्धता के आधार पर करती हैं.
बीसीसीआई ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह साफ है कि फ्रेंचाइज़ी अपने निवेश का अधिकतम लाभ उठाने के लिए निर्णय लेती हैं.
बांग्लादेशी खिलाड़ियों का प्रदर्शन
पिछले आईपीएल सीज़नों में बांग्लादेशी खिलाड़ियों का प्रदर्शन औसत रहा है. उदाहरण के तौर पर, शाकिब अल हसन और मुस्तफिज़ुर रहमान, जो पहले आईपीएल में खेले हैं, ने कुछ खास मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन लगातार अच्छा खेल दिखाने में असफल रहे. इसके अलावा, युवा बांग्लादेशी खिलाड़ियों के पास अभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभव की कमी है, जो आईपीएल में उनकी मांग को प्रभावित कर सकता है.
फ्रेंचाइज़ियों की प्राथमिकताएं (Preferences of Franchisees)
आईपीएल 2025 की नीलामी में फ्रेंचाइज़ियों ने उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी, जो टी20 क्रिकेट में अपनी उपयोगिता और स्थायित्व साबित कर चुके हैं. इस बार कई टीमों ने युवा भारतीय खिलाड़ियों (Young Indian Players) और विदेशी ऑलराउंडर्स (Foreign all-rounders) पर ध्यान केंद्रित किया.
भविष्य की संभावना
बांग्लादेशी क्रिकेटरों के लिए यह एक सीखने का मौका हो सकता है. उन्हें अपनी अंतरराष्ट्रीय परफॉर्मेंस (International Performance) में निरंतरता लानी होगी और यह साबित करना होगा कि वे आईपीएल जैसी बड़ी लीग में खेलने के लिए तैयार हैं.
बेहतरीन प्रदर्शन की दरकार
आईपीएल 2025 में बांग्लादेशी खिलाड़ियों को न खरीदा जाना एक जटिल मुद्दा है, लेकिन यह कहना गलत होगा कि बीसीसीआई ने फ्रेंचाइज़ियों को ऐसा करने के लिए मजबूर किया. फ्रेंचाइज़ियों के निर्णय पूरी तरह से व्यावसायिक और क्रिकेटिंग जरूरतों पर आधारित होते हैं. बांग्लादेश के खिलाड़ियों को अपनी प्रासंगिकता साबित करने के लिए और मेहनत करनी होगी ताकि वे आने वाले सीज़नों में फ्रेंचाइज़ियों की पसंद बन सकें.
2024 में मात्र 1 बांग्लादेशी खिलाड़ी
पिछले सीजन, यानी आईपीएल 2024, में बांग्लादेश के खिलाड़ियों का प्रदर्शन सीमित रहा था. उस समय केवल एक ही बांग्लादेशी खिलाड़ी को खेलने का मौका मिला था. तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान ने चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) का प्रतिनिधित्व करते हुए 9 मैचों में मात्र 9 विकेट ही अपने नाम कर पाए थे.
IPL 2025: Mega Auction में खिलाड़ियों की स्थिति
इस बार आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में कुल 182 खिलाड़ियों की बोली लगी. हालांकि, सभी 10 टीमों के पास मिलाकर 204 स्लॉट खाली थे. सबसे अधिक भारतीय खिलाड़ियों की मांग रही और नीलामी में कुल 120 भारतीय खिलाड़ी खरीदे गए.
अन्य देशों के खिलाड़ियों की स्थिति इस प्रकार रही:
- भारत (India): 120 खिलाड़ी
- दक्षिण अफ्रीका (South Africa): 14 खिलाड़ी
- ऑस्ट्रेलिया (Australia): 13 खिलाड़ी
- इंग्लैंड (England): 12 खिलाड़ी
- न्यूजीलैंड (New Zealand): 7 खिलाड़ी
- अफगानिस्तान (Afghanistan): 6 खिलाड़ी
- श्रीलंका (Sri Lanka): 6 खिलाड़ी
- वेस्टइंडीज (West Indies): 4 खिलाड़ी
खर्च और रिकॉर्ड
इस नीलामी में टीमों ने कुल 639.15 करोड़ रुपये खर्च किए, जो आईपीएल इतिहास का नया रिकॉर्ड है. यह आंकड़ा 2022 के मेगा ऑक्शन में खर्च हुए 551.70 करोड़ रुपये से काफी अधिक है. इस साल का ऑक्शन कई खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा मौका साबित हुआ और सभी टीमों ने अपनी रणनीति के अनुसार प्रतिभावान खिलाड़ियों को चुना.
-भारत एक्सप्रेस
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