नशे के खिलाफ रायपुर पुलिस का ऑपरेशन निजात. इनसेट में रायपुर एसपी संतोष सिंह.
छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस द्वारा ड्रग्स, नारकोटिक्स और अवैध शराब जैसे नशीले पदार्थों के खिलाफ फरवरी 2024 से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी पुलिस को नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. DGP अशोक जुनेजा और IG रायपुर अमरेश मिश्रा के मार्गदर्शन में रायपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) संतोष सिंह इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. इस अभियान का नाम ‘निजात’ रखा गया है.
SP सिंह ने जुलाई 2021 में राज्य के कोरिया जिले में अपनी पोस्टिंग के दौरान इस अभियान की शुरुआत की थी. इसके बाद बिलासपुर, कोरबा और राजनांदगांव में भी उनका ये अभियान जारी रहा. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ‘नशे का ना, जिंदगी को हां’ नाम से नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है.
हजारों की संख्या में आरोपी गिरफ्तार
रायपुर जिले में शुरू हुए इस अभियान के तहत फरवरी 2024 से अगस्त 2024 तक 7 माह में प्रभावी कार्रवाई करते हुए आबकारी एवं NDPS एक्ट के तहत 4,370 लोग गिरफ्तार किए गए, जिनमें से गैर-जमानतीय मामलों में 540 व्यक्ति जेल भेजे गए. अवैध शराब विरूद्ध कानून, आबकारी एक्ट (Excise Act) के 4,106 मामलों में 4,166 आरोपी गिरफ्तार हुए. 7,266 लीटर अवैध शराब जब्त हुई. गिरफ्तार आरोपियों में से गैर-जमानतीय मामलों के कुल 336 आरोपी जेल भेजे गए.
इन जिलों में चलाया गया अभियान
ड्रग्स और नारकोटिक्स विरोधी कानून, NDPS एक्ट के 150 मामलों में 204 आरोपी गिरफ्तार किए गए, जिनसे 1,271 किलो गांजा, 5.4 किलो अफीम, 13,862 नशीले टैबलेट्स, 181 कफ सिरप, इंजेक्शन, MAMD, हेरोईन आदि जब्त हुआ. इसके अलावा प्रतिबंधित क्षेत्र जैसे स्कूल, काॅलेज आदि के आसपास नशीला पदार्थ बेचने वालों पर तम्बाकू विरोधी कानून, COTPA एक्ट के तहत 1,606 कार्यवाहियां की गईं, जिनकी पिछले वर्ष संख्या 30 थी. इसी तरह के अभियान बिलासपुर, कोरबा, राजनांदगांव और कोरिया आदि जिलों में चलाया गया है और नशे के कारोबार करने के आरोप में हजारों की संख्या में लोगों को पकड़ा गया है.
कौन हैं एसपी संतोष सिंह
2011 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. संतोष सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर शहर के रहने वाले हैं. वह पत्रकार अशोक सिंह और लक्ष्मी देवी के बेटे हैं. वे अब तक छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कोंडागांव और नारायणपुर समेत 8 जिलों के पुलिस अधीक्षक यानी एसपी रह चुके हैं. उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से राजनीति शास्त्र में एमए और दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से अंतरराष्ट्रीय संबंध विषय में एम. फिल की उपाधि हासिल की है. SP सिंह को United Nations के शांति प्रयासों से जुड़े विषय पर शोध के लिए दुर्ग के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि भी मिली हुई है. गाजीपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय से उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा पूरी की है.
पा चुके हैं ये सम्मान
राजनांदगांव जिले में चलाए गए निजात अभियान के लिए वर्ष 2022 में उन्हें अमेरिका के इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ ऑफ पुलिस (आईएसीपी) ने इंटरनेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया था. संतोष सिंह ने सामुदायिक पुलिसिंग के लिए लगातार काम किया है. साल 2018 में महासमुंद में एसपी रहते ‘बाल-हितैषी पुलिसिंग’ के लिए उन्हें पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ अवॉर्ड से सम्मानित किया था. यहां के 1 लाख बच्चों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है. इसके अलावा कोरोना काल में रायगढ़ में पुलिस ने आम लोगों के सहयोग से रक्षाबंधन के दिन 12.37 लाख लोगों को रक्षासूत्र मास्क बांटकर नया रिकॉर्ड बनाया था.
जन जागरूकता कार्यक्रम
रायपुर जिले में चलाए जा रहे निजात अभियान के तहत में स्कूल-काॅलेज और सार्वजनिक जगहों जैसे गांव, हाॅट-बाजार आदि में नशे के खिलाफ जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए. इसे लेकर हाॅट-बाजार, स्कूल-काॅलेज, त्योहारों, अन्य धार्मिक आयोजनों आदि में सेल्फी जोन, जागरूकता रथ, जिंगल्स, सभा, रैली, जुलूस, निजात दौड़, रंगोली, खेल-कूद, नुक्कड़ नाटक, विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया.
फिल्म और टीवी कलाकारों का सहयोग
निजात अभियान में समाज के जन प्रतिनिधियों, प्रबुद्ध लोगों और सेलिब्रिटीज ने अपनी हिस्सेदारी ली हैं. फिल्म और टीवी के प्रसिद्ध कलाकारों प्रभुदेवा, अरबाज खान, राजपाल यादव, आशुतोष राणा, पीयूष मिश्रा, कविता कृष्णमूर्ति, कैलाश खेर, राजीव श्रीवास्तव, वीरेंद्र सक्सेना, सुनील ग्रोवर, भगवान तिवारी, शाहवर अली, परितोष त्रिपाठी, अदा शर्मा आदि ने अभियान से जुड़कर नशे के खिलाफ लोगों से अपील की गई.
-भारत एक्सप्रेस
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