कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो. (फोटो: X/@JustinTrudeau)
Canadian PM Justin Trudeau Cabinet Reshuffle: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार (20 दिसंबर) को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए अपने एक तिहाई मंत्रियों को बदल दिया. ट्रूडो ने आठ नए मंत्रियों को नियुक्त किया, इन्होंने उन लोगों की जगह ली, जिन्होंने संकेत दिया था कि वे फिर से चुनाव नहीं लड़ेंगे, मौजूदा मंत्रियों को नई भूमिकाएं सौंप गई और अन्य को सरकार में उनके दोहरे या तिहरे कर्तव्यों से मुक्त किया.
फेरबदल किए गए मंत्रिमंडल में चार मौजूदा मंत्रियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गईं. ट्रूडो ने एक बयान में कहा, ‘नया मंत्रालय कनाडा के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम करेगा, जिसमें जीवन को और अधिक किफायती बनाना और अर्थव्यवस्था को बढ़ाना शामिल हैं.’
डिप्टी पीएम क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफा
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इन बदलावों के बाद मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री के अलावा कुल 38 मंत्री बने रहेंगे और इसमें महिलाओं और पुरुषों की संख्या बराबर है. यह फेरबदल उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड (Chrystia Freeland) के इस्तीफा के कुछ दिनों बाद हुआ है. जुलाई से अब तक कुल 9 मंत्रियों ने अपने इस्तीफे या अगले संघीय चुनाव से हटने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री ने कहा कि टीम आवास, बाल देखभाल और स्कूल भोजन पर आगे बढ़ना जारी रखेगी. इसके साथ-साथ लोगों की जेब में अधिक पैसा डालने के लिए काम करेगी.
सरकार को स्थिर करने का प्रयास
यह कदम ओटावा में एक अराजक सप्ताह के बाद सरकार को स्थिर करने का एक प्रयास है, जिसमें डिप्टी पीएम क्रिस्टिया फ्रीलैंड का अचानक इस्तीफा शामिल है. फ्रीलैंड का इस्तीफा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडाई वस्तुओं पर व्यापक टैरिफ लगाने की धमकियों पर ट्रूडो के साथ असहमति के बाद आया है. ट्रूडो की परेशानियों को बढ़ाते हुए ट्रंप ने सोशल मीडिया पर उन पर ताना मारा है, उन्हें कनाडा का ‘गवर्नर’ कहा है और सुझाव दिया है कि कनाडा को 51वें अमेरिकी राज्य में बदलना एक अच्छा विचार होगा.
ट्रूडो की बढ़ती चुनौतियां
फ्रीलैंड के जाने से ट्रूडो की कैबिनेट में पहली बार खुलकर असहमति का संकेत मिला, जिससे उनकी स्थिति और भी कमजोर हो गई, क्योंकि उन्हें अपनी पार्टी के भीतर और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक ताकतों से बढ़ते विरोध का सामना करना पड़ा. ट्रूडो की स्थिति लगातार अनिश्चित होती जा रही है.
जनमत सर्वेक्षणों में वे कंजर्वेटिव नेता पियरे पोलिएवर (Pierre Poilievre) से 20 अंकों से पीछे चल रहे हैं और उनकी पार्टी को इस साल कई उपचुनावों में हार का सामना करना पड़ा है. नेतृत्व में यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है, जब न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के जगमीत सिंह के नेतृत्व में विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव पर जोर दे रहे हैं, जिससे 2025 की शुरुआत में अचानक चुनाव हो सकते हैं.
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अविश्वास प्रस्ताव
न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह (Jagmeet Singh) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कनाडाई लोगों के लिए एक पत्र पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि उनकी पार्टी 27 जनवरी से शुरू होने वाले हाउस ऑफ कॉमन्स की अगली बैठक में ट्रूडो सरकार को गिराने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. प्रधानमंत्री से उम्मीद है कि वह छुट्टियों के दौरान लिबरल नेता के रूप में अपने भविष्य पर विचार करेंगे.
इन चुनौतियों के बावजूद, ट्रूडो की कैबिनेट में परिवहन मंत्री अनीता आनंद जैसे नए मंत्रियों ने उनके नेतृत्व में विश्वास जताया है और संकट के समय में एकजुटता का आह्वान किया है.
-भारत एक्सप्रेस
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