दिल्ली में कड़ाके की ठंड का अलर्ट
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में ठंड का असर और बढ़ने वाला है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में तेज बारिश और ठंडी हवाओं के कारण तापमान में भारी गिरावट हो सकती है. राजधानी में जनवरी के मध्य में ठंड का यह प्रकोप अपने चरम पर पहुंचने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में दिल्ली और एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं के रूप में दिखेगा. इसके चलते दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान ने आम लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. ठंड और बारिश के कारण दैनिक जनजीवन प्रभावित हो सकता है. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव और हीटर का सहारा ले रहे हैं, जबकि सड़कों पर सुबह और रात के समय घने कोहरे के कारण यातायात पर भी असर पड़ने की संभावना है. कोहरे के कारण रेल और हवाई सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं.
दिल्ली सरकार ने स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां पहले ही बढ़ा दी हैं. हालांकि, ठंड और बारिश की वजह से दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. विशेष रूप से सुबह के समय कोहरा और ठंडी हवाएं लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती हैं.ठंड का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है. डॉक्टरों ने विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और हृदय रोगियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. लोगों को गर्म कपड़े पहनने, गुनगुना पानी पीने और ज्यादा से ज्यादा घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है.
दिल्ली सरकार ने ठंड से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. रैन बसेरों में अलाव और कंबल की व्यवस्था की जा रही है. बेघर लोगों को रैन बसेरों में शरण लेने की अपील की गई है. साथ ही, नगर निगम ने सड़कों पर कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करने और वाहनों की गति धीमी रखने की सलाह दी है.
भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस हफ्ते के अंत तक दिल्ली में बारिश के साथ-साथ ठंड अपने चरम पर होगी. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और मौसम के अनुरूप अपनी दिनचर्या को ढालने की आवश्यकता है. दिल्ली के लोगों के लिए यह सर्दी एक बड़ी चुनौती बन सकती है. ठंड और बारिश से जनजीवन प्रभावित होगा, लेकिन समय पर सतर्कता और सही उपायों से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है.
-भारत एक्सप्रेस
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