इंद्रमणि त्रिपाठी
Lucknow: उत्तर प्रदेश में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी पर आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी बेनामी सम्पत्ति अटैच कर ली है. अटैच की गई संपत्ति पर निर्माण कार्य भी चल रहा था.
आयकर विभाग के अनुसार लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी इस जमीन पर निर्माण कार्य करवाते हुए अब तक करीब एक करोड़ रुपये भी खर्च कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि यह संपत्ति एक महिला मीरा पांडेय के नाम है.
यह है पूरा मामला
याची मीरा पांडेय की ओर से न्यायमूर्ति संगीता चंद्रा और न्यायमूर्ति मनीष कुमार की खंडपीठ में एक याचिका दाखिल की गई है. राज्य सरकार के वर्तमान में मुख्य स्थायी अधिवक्ता अभिनव नारायण त्रिवेदी ने बतौर निजी अधिवक्ता मीरा पांडेय की ओर से यह याचिका दाखिल की.
याचिका में कहा गया है कि मीरा पांडेय द्वारा ली गई इस संपत्ति का लाभार्थी लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और उनके दामाद इंद्रमणि त्रिपाठी को बताते हुए आयकर विभाग ने नोटिस और आदेश जारी किया है. मामला जियामऊ के विक्रमादित्य वार्ड अंतर्गत सृजन विहार कॉलोनी की एक संपत्ति से जुड़ा हुआ है.
याचिका में आयकर विभाग के नोटिस और आदेश को बताया नियम विरुद्ध
5 जनवरी 2023 को आयकर विभाग द्वारा जारी नोटिस और प्रोविजनल अटैचमेंट के आदेश को वरिष्ठ अधिवक्ता जेएन माथुर और अभिनव एन त्रिवेदी ने याची मीरा पांडेय की ओर से चुनौती दी. इस याचिका में आयकर विभाग की ओर से जारी नोटिस और आदेश को नियम विरुद्ध बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि आयकर विभाग ने अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर इसे जारी किया है.
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आयकर विभाग ने लगाया है यह आरोप
बताया जा रहा है कि लखनऊ के जियामऊ के विक्रमादित्य वार्ड के अंतर्गत आने वाले सृजन विहार कॉलोनी की यह जमीन 3,680 वर्ग फुट की है. इसे 82 लाख रुपये में 23 अप्रैल 2016 को मीरा पांडेय के नाम से खरीदा गया था. आयकर विभाग द्वारा लगाए गए आरोप में कहा गया है कि साल 2015-16 में मीरा पांडेय की कुल आय जहां 7.30 लाख रुपये थी, वहीं इस जमीन पर ढाई मंजिल का आवासीय निर्माण करवाते हुए एक करोड़ पांच लाख रुपये खर्च किया गया है.
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