Bharat Express

Ramcharitmanas: स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ नहीं थम रहा विरोध, लखनऊ में फूंका गया पुतला, जमकर हुई नारेबाजी

Ramcharitmanas Controversy: मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास बताते हुए इसकी कुछ चौपाइयां हटवाने की मांग की थी. इसी के बाद से पूरे प्रदेश में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है.

पुतला दहन करते राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के कार्यकर्ता

Ramcharitmanas Controversy: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा श्रीरामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को दारुल शफा के अंदर राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के नेतृत्व में उनका पुतला फूंका गया और जमकर नारेबाजी हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के कार्यकर्ता हाथ में नारे लिखे हुए पोस्टर बैनर लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला दहन कर रहे हैं और नारेबाजी भी कर रहे हैं. पुतला मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह के नेतृत्व मे लखनऊ स्थित दारुल सफा में फूंका गया. इसी के साथ मांग की गई कि स्वामी प्रसाद मौर्य को जेल भेजा जाए.

हाल ही में सपा एसएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्मग्रंथ श्रीरामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि रामचरितमानस (Ramcharitmanas) में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते. उन्होंने सरकार से इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की थी.

मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास बताते हुए इसकी कुछ चौपाइयां हटवाने की मांग की थी. इसी के बाद से पूरे प्रदेश में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. लखनऊ के हजरतगंज थाने में उनके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज हो चुकी है. उन्होंने संतों व महंतों पर भी विवादित टिप्पणी की थी. इसी मुद्दे को लेकर संत-महात्मा के भी बयान सामने आ चुके हैं. बावजूद इसके मौर्य के बयान थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. दूसरी तरफ, उनके समर्थन में रविवार को कुछ लोगों ने  रामचरितमानस की प्रतियां फूंक कर इस विवाद को और हवा दे दी थी. रविवार को लखनऊ में मौर्य के समर्थकों ने रामचरितमानस की प्रतियां फूंक कर जमकर नारेबाजी की.

ये भी पढ़ें: Delhi: 12वीं के स्टूडेंट की चाकू मारकर हत्या, दो गुटों के बीच झगड़े में गई छात्र की जान, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

इस मुद्दे पर बीजेपी के निशाने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आ गए हैं. उन पर सवाल उठाया जा रहा है कि सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथ के अपमान के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read