प्रतीकात्मक तस्वीर
Pakistan: आतंक की फैक्ट्री चलाने वाला पाकिस्तान आज खुद आतंक का शिकार बन गया है. उसके अपने, बारुद और बन्दूक के बल पर कोहराम मचा रहे हैं. पाकिस्तान को अब आतंक ही निगल रहा है. जो पाकिस्तान आतंकी संगठनों और आतंकवादियों को पनाह देता रहा. अब खुद उसकी चपेट में आ गया है. पिछले करीब एक दशक से पाकिस्तान अपने ही तैयार किए गए आतंकियों और आतंकी संगठनों के हमलों से जूझ रहा है.
पाकिस्तान में पिछले 22 साल में 15997 आतंकी हमले हुए. इन हमलों में 28,918 नागरिक और जवान मारे गए. पाकिस्तान में आतंक की तस्वीर भयावह है. 22 सालों से हर रोज करीब चार नागरिक या जवान अपनी जान गंवा रहे हैं.
साल दर साल आतंक के जख्म
-साल 2014 में 1563 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 1471 नागरिकों और 508 सुरक्षाबलों की मौत हुई. जबकि 3268 आतंकी मारे गए.
-साल 2015 में 950 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 866 नागरिकों और 339 सुरक्षाबलों की मौत हुई. तो वहीं, 2407 आतंकी ढ़ेर हुए.
-साल 2016 में 526 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 541 नागरिकों और 291 सुरक्षाबलों की मौत हुई. जबकि, 897 आतंकी मारे गए.
-साल 2017 में 294 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 439 नागरिकों और 216 सुरक्षाबलों की मौत हुई. तो वहीं, 533 आतंकी ढ़ेर हुए.
-साल 2018 में 164 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 363 नागरिकों और 158 सुरक्षाबलों की मौत हुई. जबकि, 162 आतंकी मारे गए.
-साल 2019 में 136 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 142 नागरिकों और 137 सुरक्षाबलों की मौत हुई. तो वहीं, 86 आतंकी ढ़ेर हुए.
-साल 2020 में 193 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 169 नागरिकों और 178 सुरक्षाबलों की मौत हुई. जबकि, 159 आतंकवादी मारे गए.
-साल 2021 में 267 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 214 नागरिकों और 226 सुरक्षाबलों की मौत हुई. तो वहीं, 223 आतंकी ढ़ेर हुए.
-साल 2022 में 365 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 229 नागरिकों और 379 सुरक्षाबलों की मौत हुई. जबकि, 363 आतंकी मारे गए.
-साल 2023 में 34 आतंकी घटनाएं हुईं. जिसमें 70 नागरिकों और 63 सुरक्षाबलों की मौत हुई. तो वहीं, 38 आतंकवादी मारे गए.
सरकार से लेकर सेना तक से आतंकियों को कुछ भी करने की खुली छूट मिलती रही. आतंकियों को हमेशा ही एक हीरो की तरह समझा गया. भारत के खिलाफ लड़ने के लिए इन्हें तैयार किया जाता रहा और उनकी सुविधा के लिए सरकार ने अपना खजाना खोल दिया.
पाकिस्तान ने जिस तालिबान को खड़ा किया अब वो भी उसके लिए बड़ा खतरा बन गया है. टीटीपी खुलेआम पाकिस्तान को दहला रहा है. मगर पाकिस्तान अब अपने ही घर को जलता हुआ देखने को मजबूर है. पेशावर में हुए आतंकी हमले में सौ से अधिक लोगों को मौत की नींद सुलाकर टीटीपी ने पाकिस्तान को गहरे जख्म दे दिए हैं. जाहिर है पाकिस्तान भस्मासुर बन गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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