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अडानी को अमेरिकी मार्केट से भी तगड़ा झटका, Dow Jones के सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से बाहर होगा Adani Enterprises का शेयर

Adani Enterprises: फिच रेटिंग्स ने कहा है अडानी ग्रुप पर कदाचार का आरोप लगाने वाली हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में अडानी ग्रुप की कंपनियों और उनकी प्रतिभूतियों की रेटिंग पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

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अडानी समूह

Adani Enterprises: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी के नेतृत्व वाले ग्रुप की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप की शेयर औंधे मुंह गिरे हैं. वहीं अब अडानी को एसएंडपी डाउ जोन्स ने भी झटका दिया है और कहा है कि अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को वह सात फरवरी से अपने ‘स्थिरता सूचकांक’ से हटा देगा.

डाउ जोन्स ने यह फैसला अडानी एंटरप्राइजेज समेत अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों के शेयर बाजारों बीएसई और एनएसई के अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था (एएसएम) के दायरे में आने के मद्देनजर लिया है. डाउ जोन्स इंडिक्स ने एक बयान में कहा, ‘‘लेखा में गड़बड़ी के आरोपों की पृष्ठभूमि में हुए मीडिया एवं शेयरधारक विश्लेषण के बाद अडानी एंटरप्राइजेज को डाउ जोन्स के स्थिरता सूचकांक से हटाया जाएगा.”

मूडीज ने भी दिया झटका

शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 15 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. बुधवार और गुरुवार को भी कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी. बीते छह कारोबारी सत्रों में अडानी ग्रुप की दस सूचीबद्ध कंपनियों को कुल 8.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है.

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दूसरी तरफ, मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट जारी होने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर मूल्य में आई बड़ी गिरावट के मद्देनजर इन कंपनियों के पास नकदी की स्थिति समेत उनकी वित्तीय मजबूती या जुझारू क्षमता का आकलन कर रही है. मूडीज की तरफ से एक बयान में कहा गया, “इन प्रतिकूल घटनाक्रमों की वजह से ग्रुप की निवेश या अगले एक-दो साल में परिपक्व हो रहे ऋण के पुनर्वित्त के लिए पूंजी जुटाने की क्षमता घटेगी.”

फिच रेटिंग्स ने क्या कहा

फिच रेटिंग्स ने कहा है अडानी ग्रुप पर कदाचार का आरोप लगाने वाली हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में अडानी ग्रुप की कंपनियों और उनकी प्रतिभूतियों की रेटिंग पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसे उम्मीद है कि उसके पूर्वानुमानित नकदी प्रवाह में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी की अगुवाई वाले ग्रुप पर खुलेआम शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. कंपनी के इस आरोप के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है. हालांकि अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए आरोपों को खारिज किया है.

-भारत एक्सप्रेस

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