Bharat Express

adani group

अडानी ग्रुप की ओर से मई 2016 में सुपोषण प्रोजेक्ट शुरू किया गया था, जिससे जनसमुदाय में न केवल सुविधाएं बढ़ीं, अपितु स्थानीय स्तर पर रोजगार भी पनपा. अब लाखों लोगों की आबादी को अडानी फाउंडेशन से मदद मिल रही है.

एटीईएल एमजी डीलरशिप पर सीसी2 60 किलोवाट डीसी चार्जर लगाएगी ताकि चार्जिंग नेटवर्क को मजबूत किया जा सके और ग्राहकों की पहुंच को बढ़ाया जा सके।

अडानी टोटल एनर्जीज बायोमास लिमिटेड (एटीबीएल) ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित अपने बरसाना बायोगैस प्लांट के फेज 1 का संचालन शुरू कर दिया है.

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को अपनाने में तेजी लाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम में, भारत की अग्रणी एसयूवी निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आज अडानी टोटल एनर्जी के साथ एक समझौता (एमओयू) किया.

अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा (RE) कंपनियों में से एक है, जो गुजरात में 300 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना का संचालन कर रही है.

16 साल की छोटी सी उम्र में गौतम अदाणी ने औपचारिक शिक्षा छोड़कर मुंबई में उद्यम स्थापित करने का साहसिक निर्णय लिया था. यहीं पर उन्होंने शहर की महत्वाकांक्षा और आकांक्षा के लोकाचार को आत्मसात करते हुए हीरे के व्यापार में अपने कौशल को निखारा और अदाणी समूह को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.

भारत एक्सप्रेस न्‍यूज नेटवर्क के संवाददाता से बातचीत में अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने यूपी में विकास और निवेश से जुड़े सवालों का जवाब दिया. उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश का विकास भारत के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है –

यूपी में 2,400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुए चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एकीकृत टर्मिनल टी3 में हवाई यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और विशेषताएं हैं. अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने प्रोजेक्ट के बारे में बताया —

अदाणी विल्मार द्वारा संचालित फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के तहत आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया, जिसमें लोगों को महिलाओं के प्रति सम्मान के साथ ही उनके अधिकारों के विषय में चर्चा की गई. कई महिलाओं ने अपनी जिन्दगी के सफर के सफलता के बारे में लोगों को बताया.

महिलाओं की शक्ति को विकसित कर आत्मनिर्भर बनाना महिला सशक्तिकरण कहलाता है. नारियों को शक्ति का रूप माना गया है.