उत्तर प्रदेश के सरयू नदी और तमसा नदी के तट पर स्थित मऊ जनपद में 90 के दशक में ही भारत सरकार के तत्कालीन मंत्री कल्पनाथ राय (Kalpnath Rai) ने सोलर की परियोजनाओं को साकार रूप दिया था.
वह दौर ऐसा हुआ करता करता था जब देश के सभी लोगों के पास बिजली (Electricity) तक नहीं पहुंच सकी थी. तब कम ही लोगों ने सोलर एनर्जी (Solar Energy) के बारे में सुना था और जिसने सुना भी था उन्हें इसके बारे में सटीक जानकारी नहीं थी.
घोसी तहसील (Ghosi Subdivision) के अन्तर्गत सरायसादी ग्रामसभा में 11 अप्रैल 1992 में 100 किलोवाट का देश के ग्रामीण परिक्षेत्र का पहला पीबी पावर प्लान्ट (Power Plant) कल्पनाथ राय के प्रयास से स्थापित किया गया. यहां सोलर पावर प्लान्ट से उत्पादित ऊर्जा का प्रयोग सर्वप्रथम इस गांव में होता था. यहां घरेलू उपयोग के साथ-साथ किसान नलकूप भी सौर ऊर्जा के प्रयोग से ही चलाते थे.
ऐसे में सरायसादी गांव को ग्रामीण परिक्षेत्र का देश का पहला सोलर विलेज (Solar Village) होने का गौरव प्राप्त हुआ. और तो और 90 के ही दशक में मऊ में सौर ऊर्जा से डबल डेकर बस चलने लगी जिसे देखने के लिए सुदूर क्षेत्रों से लोग आया करते थे. कल्पनाथ राय के निधन के बाद यह प्लांट जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार हो गया और बन्द हो गया.
उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास, ऊर्जा एवं अतिरिक्त उर्जा स्रोत मंत्री ए के शर्मा (A K Sharma) के दिशानिर्देश पर सौर ऊर्जा एवं बायो एनर्जी के उत्पादन को बढ़ावा दिए जाने के लिए नई सौर ऊर्जा नीति-2022 बनायी गई. सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने तथा इसके माध्यम से नवयुवकों (Youths) को रोजगार देने के भी प्रयास किये जा रहे हैं.
बक़ौल डायरेक्टर यूपीनेडा अनुपम शुक्ला (Director UP Neda Anupam Shukla) मंत्री ए के शर्मा के निर्देश पर घोसी में नेडा के ऑफिस में प्रदेश सरकार की ओर से यूपीनेडा का प्रशिक्षण केन्द्र (Training Center) संचालित किया गया है. इस प्रशिक्षण केन्द्र में 30 प्रशिक्षणार्थियों के लिए आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था है.
इसमें सूर्यमित्रों के प्रशिक्षण के साथ उनका कौशल विकास मिशन के तहत भी प्रशिक्षण कराया जायेगा एवं साथ ही प्रशिक्षणार्थियों के बौद्धिक विकास और शारीरिक दक्षता के लिए केन्द्र में ओपेन जिम (Open व योग केन्द्र का भी निर्माण कराया जायेगा. इस प्रशिक्षण केन्द्र के संचालित होने से मऊ जनपद एवं आस-पास के क्षेत्रों के युवकों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.
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सरायवादी में बदलाव की बयार
सरायसादी (Saraisadi) में नेडा की जमीन पर 05 मेगावाट की क्षमता का एक ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट (Solar Power Plant) की भी शीघ्र स्थापना करायी जायेगी. इससे उत्पादित विद्युत को ओपेन एक्सेस के माध्यम से थर्ड पार्टी को अथवा यूपीपीसीएल को पीपीए के आधार पर विक्रय किया जायेगा.
मऊ जनपद (Mau District) के दो चौराहों भीटी (Bhiti) एवं मिर्जाहदीपुरा (Mirzahadipura) को सोलर चौराहे के तौर पर विकसित करने के साथ – साथ अन्य परिक्षेत्रों में सोलर ट्री (Solar Tree) लगाने की दिशा में कार्य होगा.
भारत एक्सप्रेस
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