सांकेतिक तस्वीर
Women Property Rights: एक महिला के लिए सबसे मुश्किल घड़ी वह होती है जब उसका अपने पति के साथ रिश्ता टूट जाता है. इसके बाद तो मानों उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है. ऐसे में आपको इस बात की जानकारी है कि आप अलग होने के बाद कानूनी रुप से क्या दावा कर सकती हैं तो आगे का जीवन कुछ आसान हो सकता है. आइए जानते हैं उन अधिकारों के बारे में जिनके बारे में जानकारी होने पर आपकी आगे की लाइफ आसान हो सकती है.
प्रॉपर्टी के बारे में यह बात जरूर जान लें
पति और पत्नी द्वारा मिलकर संपत्ति खरीदने पर पत्नी को यह नियम जानना जरूरी है. पत्नी के अपने पति से अलग होने पर वह अपने पति के हिस्से वाले भाग पर भी अपना क्लेम कर सकती है. वहीं तलाक के फाइनल होने तक प्रॉपर्टी में रहने का अधिकार भी रहेगा.
पति के नाम संपत्ति होने और उसके द्वारा खरीदे जाने पर
पति के नाम संपत्ति होने और उसके द्वारा खरीदे जाने पर भी पत्नी उस पर दावेदारी कर सकती है. इसका कारण यह है कि वह क्लास 1 कानूनी उत्तराधिकारी है. तलाक की सुनवाई के दौरान वह अपना हिस्से की मेंटेनेंस के तौर पर भी मांग कर सकती है.
नाम पति का दाम पत्नी का
अगर पति के नाम कोई संपत्ति है और उसमें पत्नी ने अपनी पूंजी लगाई है तो पत्नी इस बात का दावा करते हुए प्रॉपर्टी खरीदने में अपने हिस्से पर दावा कर सकती है.
जब नाम हो पत्नी का और पूंजी लगी हो पति की
अगर पत्नी के नाम कोई प्रापर्टी हो और उसमें पति ने अपनी पूंजी लगाई हो तो भी उसे अपना योगदान साबित करना होगा. जब तक यह सिद्ध नहीं होता तब तक पत्नी पूरी तरह से संपत्ति की मालिक रहेगी. वहीं पति द्वारा यह साबित करने पर पत्नी तलाक में उस संपत्ति में से केवल मेनटेनेंस के तहत ही अपना दावा कर सकती है.
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नाम पत्नी का और दाम भी उसी का
अगर किसी प्रॉपर्टी को महिला ने अपने खुद के पैसे से खरीदा है तो उस पर किसी तरह का फैसला लेने का हक उसी का है.
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