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Karauli Sarkar Baba: कोयला निगम का चेयरमैन भी रहा है करौली बाबा, सफेद पोश से लेकर “टिकैत” का भी उसके सिर पर रहा है हाथ

Kanpur: करौली सरकार बाबा को कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का करीबी बताया जा रहा है. इसी के साथ किसान नेता महेंद्र टिकैत का भी साथ रहा है.

Karauli Sarkar Baba

फोटो-सोशल मीडिया

Karauli Sarkar Baba: यूपी के कानपुर जिले के करौली सरकार बाबा पर मुकदमा दर्ज होते ही उसके कारनामों पर पर्दा डालने वालों के नाम भी सामने आने लगे हैं. इसके साथ ही उसके किसान नेता से कोयला निगम का चेयरमैन और फिर बाबा बनने का पूरा सफर भी सामने आ गया है. इसके इन कारनामों में साथ देने वाले हाथ में कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के साथ ही किसान नेता महेंद्र टिकैत का नाम भी सामने आ रहा है. अगर सूत्रों की मानें तो वह श्रीप्रकाश जायसवाल का खासा करीबी रहा है. इसीलिए उसे तोहफे में कोयला निगम का उस समय चेयरमैन बना दिया गया था, जब जायसवाल कोयला मंत्री थे.

जानकारी सामने आ रही है कि इसी समय किसान यूनियन ने बड़ा प्रदर्शन किया और प्रदर्शन के दौरान किसान नेता संतोष सिंह की पुलिस से भिड़ंत हो गई. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया. यूपी पुलिस ने उन पर गुंडा एक्ट के साथ में गैंगस्टर लगा दिया. जेल जाने के बाद संतोष सिंह भदौरिया एका-एक किसानों के बीच प्रसिद्ध हो गए. इसी के बाद उनकी किस्मत चमकी और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल से उनकी नजदीकियां बढ़ने के बाद संतोष सिंह भदौरिया को कोयला निगम का चेयरमैन बना दिया गया. बाद में सवाल उठाने के बाद उनको निगम से हटा दिया गया. इसी के बाद भदौरिया का उदय हुआ और उन्होंने ‘करौली आश्रम’ की स्थापना की.

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किसान नेता महेंद्र टिकैत का हाथ तो पहले से संतोष सिंह भदौरिया पर था. इसीलिए वह किसानों का नेता बना, जिसका बाद में बाबा बनने पर भी जमकर फायदा उठाया. किसान नेता होने के कारण ही उसने बाबा बनकर मासूम जनता को ठगने का काम करने के लिए उसने गांव को ही टारगेट किया. क्योंकि वह किसानों का नेता था और गांवों के बीच उसे अपनी पहचान व साम्राज्य बनाने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी. इसके बाद उसने बाबा बनकर प्रवचन करना शुरू किया और फिर धीरे-धीरे उसके अनुयायियों की संख्या बढ़ने लगी और वो मजबूत होने लगे. उनके आश्रम में जड़ी-बूटियों से इलाज करने का दावा किया जाता है. आश्राम में करौली सरकार राधा रमण मिश्र और कामाख्या माता का मंदिर है. कानपुर और उसके आसपास के लोग संतोष सिंह भदौरिया को करौली बाबा के नाम से जानते हैं. करौली बाबा का दावा है कि मां कामाख्या के मंदिर में लोग हवन करके अपने आप ठीक होते हैं. इसमें कोई कुछ नहीं करता. लोग खुद आते हैं और खुद ही हवन करके ठीक हो जाते हैं.

फिलहाल, उसके इन दावों की पोल नोएडा के डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी ने खोल दी है. बता दें कि सिद्धार्थ चौधरी ने बाबा पर आरोप लगाया है कि बाबा अपना चमत्कार नहीं दिखा पाए तो उन्होंने अपने सेवादारों से पिटाई करा दी. किसान नेता से बाबा बने संतोष सिंह भदौरिया पर नोएडा के डॉक्टर ने FIR दर्ज कराया है, जिसके बाद करौली बाबा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बाबा पर डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी ने आरोप लगाया है कि आश्रम में उनके साथ मारपीट की गई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.

-भारत एक्सप्रेस



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