मेनका गांधी (वीडियो ग्रैब)
UP Politics: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) सांसद मेनका गांधी का एक अजीबो-गरीब बयान सामने आया है. उन्होंने बयान देते हुए गधे के दूध से बने साबुन के बारे में बताया और दावा किया कि गधे के दूध से बना साबुन औरत के शरीर को हमेशा सुंदर रखता है. इसी के साथ उन्होंने लोगों को गधे से दूध का साबुन बनाने की सलाह भी दी और गधा पालने को भी कहा. हालांकि वह हमेशा ही अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं, लेकिन इस बार जो बयान उन्होंने दिया है, उसे सुनने के बाद लोग आश्चर्य में पड़ गए हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह चौपाल को संबोधित कर रही हैं. इसी दौरान उन्होंने गधे के दूध से बने साबुन का जिक्र करते हुए कहा कि, “गधे के दूध से बना साबुन औरत के शरीर को हमेशा सुंदर रखता है. एक बहुत मशहूर विदेशी रानी होती थी, ‘क्लियोपैट्रा’ वो गधे के दूध में नहाती थी.”
बता दें कि मेनका गांधी का यह वायरल वीडियो सुल्तानपुर के बल्दीराय में आयोजित एक कार्यक्रम का बताया जा रहा है. इसमें मेनका गांधी लोगों से कह रही हैं कि लद्दाख में एक समूह है. उन्होंने जब देखा गधे बहुत कम हो रहे हैं. इसके बाद उन्होंने लोगों से सवाल पूछते हुए कहा कि, आखिर कितने दिन हो गए आप लोगों को गधे देखे हुए. कम हो गए हैं या खत्म हो गए हैं. धोबी का काम भी खत्म हो गया है गधों से, लेकिन लद्दाख में उन्होंने गधों से दूध निकालना शुरू किया और गधे के दूध से साबुन बनाया और गधे के दूध को माना जाता है कि गधे के दूध का साबुन औरत के शरीर को हमेशा सुंदर रखता है. आप लोग भी इस तरह का सामान बनाओ. उन्होंने इस मौके पर लोगों को बताया कि, “दिल्ली में गधे के दूध का साबुन 500 रुपए में बिकता है.”
भाजपा सांसद मेनका गांधी ने खोला राज़, गधे के दूध से बने साबुन से नहाओ, सुंदर हो जाओ #menkagandhi #donkeymilk #bjpmp #viralvideo #menkagandhiviralvideo #BJP pic.twitter.com/eOL33ds1g9
— Vasi Zaidi (वसी ज़ैदी) (@VasiZaidi) April 2, 2023
गोबर से बने कंडे से करें अंतिम संस्कार
इस मौके पर सांसद मेनका गांधी ने कम होते पेड़ों को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि, “पेड़ गायब हो रहे हैं. लकड़ी इतनी महंगी हो गई है कि आदमी के मरते वक्त भी अपने पूरे परिवार को कंगाल करता है. बात सही है कि नहीं सही है?, 15-20 हजार लकड़ी के लिए लगता है. इससे अच्छा है कि हम गोबर के लंबे कंडे बनाए, उसमें खुशबूदार सामग्री लगा दें. एक आदेश हो कि जो भी मरेगा उसका अंतिम संस्कार केवल गोबर के कंडे के साथ होगा. इसमें 1500 से 2000 के रस्म रिवाज हो जाएंगे. आप लोग कंडे बेचोगे तो लाखों-लाखों बिक जाएंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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