पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (फोटो ट्विटर)
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए गुरुवार को गोवा के लिए रवाना हो गए. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, एक दशक से अधिक समय में भारत का दौरा करने वाले पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल ने अपनी रवानगी से पहले कहा कि वह वह एससीओ का हिस्सा रहे द्विपक्षीय रूप से देशों को शामिल करने की उम्मीद कर रहे हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं.
बिलावल भुट्टो का भारत दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब लंबे समय से दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे देशों का दौरा नहीं किया है. ये अलग बात है कि बिलावल भुट्टो गोवा पहुंच रहे हैं लेकिन भारत के विदेश मंत्री से उनकी कोई सीधी बातचीत नहीं होगी.
बिलावल भुट्टो ने ट्विटर पर कहा, “भारत स्थित गोवा के रास्ते में विदेश मंत्रियों की एससीओ परिषद में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. इस बैठक में शामिल होने का मेरा फैसला एससीओ के चार्टर के प्रति पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने कहा, “मेरी यात्रा के दौरान, जो विशेष रूप से एससीओ पर केंद्रित है, मैं मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ रचनात्मक चर्चा के लिए तत्पर हूं.”
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो संदेश में विदेश मंत्री ने कहा कि वह उन देशों के साथ द्विपक्षीय रूप से जुड़ने की उम्मीद कर रहे हैं जो संगठन का हिस्सा थे. इस बीच, विदेश कार्यालय (एफओ) के प्रवक्ता ने कहा कि बिलावल कराची से गोवा के लिए रवाना हुए थे. विदेश मंत्री के साथ गए प्रतिनिधिमंडल का विवरण तत्काल उपलब्ध नहीं था.
बिलावल की यात्रा जुलाई 2011 के बाद से पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा भारत की पहली यात्रा होगी, जब तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने शांति वार्ता के लिए दौरा किया था.
-भारत एक्सप्रेस
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