शाइस्ता परवीन-गुड्डू मुस्लिम (लाल घेरे में)-फोटो सोशल मीडिया
Umesh Pal Murder Case: बसपा के पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड के अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के बाद से ही फरार चल रही 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन को अब पुलिस ने माफिया घोषित कर दिया है. असद के दोस्त आतीन जफर के खिलाफ लिखी गई FIR में शाइस्ता को माफिया अपराधी लिखा गया है. बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में वह नामजद आरोपी है.
जानकारी के मुताबिक, माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन को पुलिस ने अपनी एफआईआर में शाइस्ता परवीन को माफिया अपराधी लिखा है. FIR में यह भी लिखा गया है कि शाइस्ता परवीन अपने साथ शूटर रखती है. उमेश पाल हत्याकांड मामले में फरार चल रही शाइस्ता के शूटर के तौर पर पांच लाख रुपए के इनामी साबिर बताया गया है. प्रयागराज के धूमनगंज थाने के प्रभारी राजेश कुमार मौर्य ने 2 मई को अपने ही थाने में एक FIR दर्ज कराई थी, जिसमें शाइस्ता अपने बेटे असद के जिस दोस्त आतिन जफर के घर रुकी थी, उसके घर में छापेमारी के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की थी.
जानकारी सामने आई थी कि, 15 अप्रैल को अतीक अहमद की हत्या के बाद उसके जनाजे में शामिल होने के लिए 16 अप्रैल को शाइस्ता आतिन जफर के घर पर रुकी हुई थी और जनाजे में शामिल होने के लिए काफी प्रयास किया था, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते जनाजे में शामिल नहीं हो पाई थी. बताया जा रहा है कि पुलिस अब जल्द ही शाइस्ता परवीन का नाम माफियाओं की सूची में भी डालने की तैयारी में है.
बता दें कि हत्याकांड मामले में शाइस्ता का बेटा असद और गुर्गा गुलाम भी एनकाउंटर में पुलिस की गोलियों का शिकार हो चुका है. तो वहीं अतीक और अशरफ को बदमाशों ने 15 अप्रैल की रात को उस वक्त गोली मार दी थी, जब दोनों को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के एक अस्पताल में ले जाया जा रहा था.
अतीक के बेहद करीबी के घर पर कई दिनों तक छुपा था गुड्डू मुस्लिम
हत्याकांड के बाद से ही फरार 5 लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम के लिए खबर सामने आ रही है कि कई दिनों तक कौशांबी के अवधन गांव में उसने पनाह ले रखी थी. इसी गांव के एक फार्म हाउस में गुड्डू मुस्लिम कई दिनों तक रुका हुआ थ . यह फार्म हाउस अतीक अहमद के बेहद करीबी शमीम और नसीम का है .दोनों सगे भाई हैं. पड़ोस के गांव के एक प्रधान का नाम भी पनाह देने के मामले में सामने आ रहा है. ये भी जानकारी सामने आ रही है कि यहां 18 सालों तक फरार आरोपी अब्दुल कवि ने गुड्डू मुस्लिम को असलहा भी मुहैया कराया था. बाद में पुलिस और पीएसी ने यहां छापेमारी की थी. हालांकि पुलिस की छापेमारी से पहले ही गुड्डू मुस्लिम यहां से भाग निकला था. तो वहीं शमीम और नसीम भी लगातार फरार हैं. पुलिस इन सभी की तलाश कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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