प्रतीकात्मक तस्वीर
भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर अभिलाष टॉमी ने गोल्डन ग्लोब रेस में दूसरा स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया. वह इस रेस को पूरा करने वाले पहले भारतीय हैं. यह दुनिया की सबसे कठिन और खतरनाक रेस है. अभिलाष ने 29 अप्रैल को फ्रांस के लेस सेबल्स डी ओलोंने में ये रेस पूरी की. पहले नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के कर्स्टन न्यूसचफर रहे. अभिलाष ने इससे पहले 2018 में गोल्डन ग्लोब रेस में हिस्सा लिया था, तब उन्हें बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
वहीं अभिलाष टॉमी की इस उपलब्धि के बाद भारतीय नौसेना चाहती है कि महिला अधिकारी भी पूरी दुनिया का चक्कर लगाएं. भारतीय नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक कठिन चयन प्रक्रिया के बाद, हमने दो महिला अफसरों को शॉर्टलिस्ट किया और अभी उनकी ट्रेनिंग चल रही है.
भारतीय नौसेना की दो महिला अफसरों लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और रूपा अलीगिरिसामी को पूरे विश्व के एकल नौकायन अभियान की ट्रेनिंग के लिए चुना गया है. उन्हें पिछले साल नवंबर से 17 मीटर के पोत पर ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग के तहत उन्होंने अब तक 21,800 समुद्री मील का नौकायन पूरा कर ली है.
रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी ट्रेनिंग का पहला हिस्सा पिछले साल हुआ था जब दोनों अफसर कोच्चि, विशाखापत्तनम और मॉरीशस गई थी. दोनों अफसरों ने अभी दो साल पहले नौकायन शुरू किया था, और इस दौरान दोनों ने 17,000 समुद्री मील से अधिक की यात्रा की है, जो बहुत महत्वपूर्ण है.
-भारत एक्सप्रेस
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