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Indian Navy

भारत ने स्वदेशी वर्टिकली-लॉन्च शॉर्ट-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (VLSRSAM) का सफल परीक्षण किया. DRDO और भारतीय नौसेना द्वारा किया गया यह परीक्षण कम ऊंचाई और नजदीकी लक्ष्य को भेदने की मिसाइल की क्षमता को साबित करता है.

नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल तरुण सोबती ने कहा, "पिछले 10 वर्षों में भारतीय नौसेना ने 'सागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए आईओआर देशों की नौसेनाओं और एजेंसियों के साथ अपनी साझेदारी को गहरा किया है." 

भारतीय नौसेना का पहला प्रशिक्षण स्क्वाड्रन थाईलैंड के सताहिप बंदरगाह पहुंचा, जहां रॉयल थाई नेवी के साथ संयुक्त अभ्यास और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा. यह दौरा 'सागर' नीति के तहत समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी को सशक्त करेगा.

भारतीय नौसेना ने राफेल-एम जेट्स के लिए 60,000 करोड़ रुपये का सौदा किया है, जो भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों की क्षमताओं को भी अपग्रेड करेगा और दोनों सेनाओं की सामरिक ताकत को बढ़ाएगा.

P75(I) प्रोजेक्ट के तहत थिसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स और मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड की साझेदारी में छह आधुनिक पारंपरिक पनडुब्बियों का निर्माण किया जाएगा, जो भारतीय नौसेना की क्षमता और आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगा.

भारतीय नौसेना के लिए एम/एस एलएंडटी शिपयार्ड द्वारा निर्मित दो मल्टी पर्पस जहाजों में से दूसरे जहाज ‘उत्कर्ष’ का शुभारंभ चेन्नई के एलएंडटी, कट्टुपल्ली में हुआ.

अमूल्य भारतीय तटरक्षक बल के लिए एक महत्वपूर्ण जोड़ होगा. यह जहाज समुद्री सीमाओं पर निगरानी रखने, अवैध गतिविधियों को रोकने, पर्यावरण संरक्षण, और मानवीय सहायता प्रदान करने जैसे कार्यों में सहायक होगा. 

'शार्ल डि गॉल' फ्रांसीसी नौसेना का प्रमुख विमानवाहक पोत है, जो परमाणु ऊर्जा से संचालित होता है. इसे आधुनिक तकनीक और उन्नत हथियार प्रणालियों से लैस किया गया है.

भारतीय नौसेना द्वारा फ्रांस से राफेल-एम लड़ाकू विमानों के 26 जेट खरीदने की योजना पर एक वरिष्ठ फ्रांसीसी नौसेना अधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तहत, 20 दिसंबर 2024 को भारतीय नौसेना को दो अत्याधुनिक युद्धपोत, *सूरत' (विध्वंसक) और नीलगिरी' (फ्रिगेट) सुपुर्द किए गए.