सांकेतिक फोटो-सोशल मीडिया
Ajab Gajab: इस दुनिया में कई तरह के रीति-रिवाज, परम्परा व धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. कभी-कभी तो हमें उनकी परम्पराओं व रीति-रिवाज को सुनकर आश्चर्य भी होता है. क्योंकि ये हमे अजीब लगती हैं. ऐसी ही एक अजीबोगरीब परम्परा के बारे में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. ये परम्परा इंडोनेशिया की है. यहां पर बच्चों की मौत के बाद उनको किसी कब्रिस्तान या फिर घाट पर अंतिम संस्कार नहीं किया जाता बल्कि पेड़ों की तनों में दफन किया जाता है.
इंडोनेशिया के मकास्सर से करीब 186 मील दूर स्थित ताना तरोजा में रहने वाले लोग बड़े लोगों का अतिम संस्कार तो ठीक वैसे ही करते हैं जैसे आम तरीके से किया जाता है लेकिन जब किसी बच्चे की मौत होती है तो वे पेड़ के तने को खोखला करके उसमें दफना देते हैं. यहां के लोगों की मान्यता है कि ऐसा करने से बच्चा पेड़ में बदल जाता है और पेड़ हमेशा के लिए हरा-भरा बना रहता है. इस तरह से उनका बच्चा भी जीवित रहता है. हालांकि बच्चे की मौत से लोगों में शोक की लहर दौड़ जाती है लेकिन उनको इस बात पर फक्र होता है कि अब उनका बच्चा प्रकृति की मदद करेगा.
मृत शरीर को इस तरह दफनाया जाता है पेड़ में
इस परम्परा को मानने वाले लोग बच्चों की मौत होने के बाद पहले किसी पेड़ के तनों को अंदर से खोखला करते हैं. इसके बाद मृत शरीर को कपड़े में लपेट कर इसी पेड़ के तने में डाल देते हैं. पेड़ों के अंदर खोखले स्पेस को यहां रहने वाले लोग ही बनाते हैं. यहां रहने वाले लोगों का मानना होता है कि भले ही भगवान उनसे उनका बच्चा छीन लेते हैं लेकिन ये परंपरा उनके बच्चे को दूर नहीं जाने देती और पेड़ के रूप में उनका बच्चा हमेशा ही उनके पास रहता है. मान्यता है कि इससे मृत शरीर धीरे-धीरे प्राकृतिक रुप से पेड़ का ही हिस्सा बन जाता है. इस तरह से यहां के लोग मानते हैं कि उनका बच्चा पेड़ के रूप में हमेशा जीवित रहता है. वे पेड़ों को अपने बच्चे की तरह ही देखभाल करते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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