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‘महादेव’ पर ‘महाभारत’, सट्टेबाजी ऐप से जुड़ा सीएम भूपेश बघेल का नाम, भाजपा-कांग्रेस में तनातनी

महादेव सट्टेबाजी मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम आने से बीजेपी को एक बड़ा चुनावी मुद्दा मिल गया है. बीजेपी कांग्रेस को घेरने में कोई कंजूसी नहीं कर रही है.

Mahadev App Case

Mahadev App Case

Mahadev App Case: अवैध महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का नाम भी सामने आ रहा है. दरअसल, रविवार को एक आरोपी ने यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद उसे UAE भाग जाने के लिए कहा था. महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से वांटेड शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान जारी किया. हालांकि, कांग्रेस ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अगस्त में ही सट्टेबाजी एप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री स्पष्ट रूप से झूठ बोल रहे हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव एप पर प्रतिबंध लगाने की मांग नहीं की थी. सरकार ने इस पर बैन लगाने में देरी की है.

आरोपी ने क्या कहा था?

वीडियो जारी कर आरोपी शुभम सोनी ने कहा कि उसने कहा कि वह ऐप का असली मालिक है. उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और बेटिंग उसका व्यवसाय था. सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा. बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था. अब कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, “ईडी कई महीनों से महादेव एप मामले की जांच कर रही है. आश्चर्यजनक है कि इसे प्रतिबंधित करने में इतना समय लगा. महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने की मांग सबसे पहले 24 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की थी. उनकी प्रशंसा करने के बजाय प्रधानमंत्री ने उनके खिलाफ ईडी को तैनात कर दिया.”

“भाजपा का ऐप संचालकों से लेन-देन”

कांग्रेस ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने 24 अगस्त, 2023 को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी आरोपियों की गिरफ्तारी और केंद्र सरकार द्वारा 28% टैक्स लगाकर ऑनलाइन बेटिंग को कानूनी दर्जा देने की बात उठाई थी. मुख्यमंत्री कई महीनों से लगातार सवाल पूछ रहे हैं कि सट्टा खिलाने वाले इस ऐप को केंद्र सरकार बैन क्यों नहीं कर रही है. उन्होंने कहा था कि शायद 28 प्रतिशत जीएसटी के लालच में प्रतिबंध नहीं लग रहा है या कहीं भाजपा का ऐप संचालकों से लेन-देन तो नहीं हो गया है?

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सरकार ने ऐप पर लगाया प्रतिबंध

बता दें कि केंद्र सरकार ने प्रवर्तन न‍िदेशालय के आग्रह पर महादेव सट्टेबाजी ऐप पर प्रतिबंध लगाया है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने महादेव ऐप और रेड्डीअन्नाप्रिस्टोप्रो सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों के खिलाफ ब्लॉकिंग आदेश जारी किए हैं. यह कार्रवाई अवैध सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट के खिलाफ ईडी की ओर से की गई जांच और उसके बाद छत्तीसगढ़ में महादेव बुक पर छापेमारी के बाद की गई. इसमें ऐप के गैरकानूनी संचालन का खुलासा भी हुआ है. छत्तीसगढ़ पुलिस बल में एक कांस्टेबल के रूप में कार्यरत आरोपी भीम सिंह यादव और असीम दास को ह‍िरासत में ल‍िया गया था. उनको मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया है.

महादेव सट्टेबाजी ऐप को लेकर इन दिनों जमकर राजनीति हो रही है. बीजेपी इस मामले को लेकर कांग्रेस और भूपेश बघेल पर जमकर हमला कर रही है. बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीजेपी में शामिल हो जाएं, तो महादेव सट्टेबाजी ऐप हर-हर महादेव बन जाएगा.

स्मृति ईरानी ने साधा निशाना

आपको बता दें कि महादेव सट्टेबाजी मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम आने से बीजेपी को एक बड़ा चुनावी मुद्दा मिल गया है. बीजेपी कांग्रेस को घेरने में कोई कंजूसी नहीं कर रही है. भाजपा नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही कांग्रेस को भी आड़े हाथों ले रहे हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने  भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले लगता था कि बघेल इटली के रिमोट से चलते थे, लेकिन अब पता चला कि वो दुबई के रिमोट से चलते हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले पर कांग्रेस पर पर निशाना साधा था. छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के लोगों ने महादेव को भी नहीं छोड़ा था.

– भारत एक्सप्रेस



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