प्रतीकात्मक तस्वीर
दिल्ली में 6 मई को नागा संस्कृति की झलक देखने को मिली. दिल्ली छावनी स्थित वसुंधरा वाटिका लॉन में मोत्सु उत्सव मनाया गया. एओ नागा संस्कृति की परंपराओं और रीति-रिवाजों को संरक्षित करने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया गया. इसका आयोजन दिल्ली एओ सेंसो तेलोंगजेम ने कराया था.
डीएएसटी के अध्यक्ष, इम्सेनचुबा पोंगेन द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि उत्सव पूरी तरह से पैतृक गांव के उत्सव पर आधारित था, जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को परंपरा की प्रामाणिक प्रथाओं से रूबरू कराना था. उत्सव की शुरुआत पारंपरिक लोकगीतों और नृत्यों के बाद आग बनाने की पारंपरिक पद्धति के प्रदर्शन के साथ हुई.
इस कार्यक्रम में किशनगढ़ के युवाओं द्वारा विशेष सांस्कृतिक नृत्य, AO नागालैंड सशस्त्र पुलिस, दिल्ली द्वारा लोक गीत, दिल्ली AO महिलाओं द्वारा लोक गीत और नृत्य और AO चोइर द्वारा विशेष गीत का आयोजन हुआ.
छोटे बच्चों को सांस्कृतिक और विरासत मूल्यों को प्रसारित करने के लिए व्यावहारिक सत्र भी आयोजित किए. पारंपरिक सत्रों के अलावा, विभिन्न बड़े समूहों के बीच वॉलीबॉल लीग मैच खेले गए. उत्सव में, डीएएसटी अध्यक्ष ने त्योहार का औचित्य बताया और उत्सव एक पारंपरिक दावत के साथ समाप्त हुआ.
-भारत एक्सप्रेस