दहेज उत्पीड़न रोकने वाला कानून क्यों बना ‘कातिल’? अतुल सुभाष की खुदकुशी के बाद सवालों के घेरे में क्यों है दहेज और घरेलू हिंसा कानून ?
बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और सास निशा सिंघानिया पर पैसों के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए मौत को गले लगा लिया.
दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व ही बना कांग्रेस की मुश्किल
दिल्ली विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है. वहां कांग्रेस की दिल्ली इकाई की इच्छा न्याय यात्रा के समापन को बड़े समारोह के रूप में पेश करने की है. हालांकि, राहुल गांधी ने इस कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
क्या जस्टिस शेखर कुमार यादव को हटाया जा सकता है?
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में कहा था कि हिंदुस्तान यहां रहने वाले बहुसंख्यक लोगों की इच्छा के मुताबिक चलेगा. उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव: अपने नाराज विधायकों से कैसे निपटेगी आम आदमी पार्टी?
चर्चा हैं कि सभी नाराज विधायकों नें एकजुट होकर केजरीवाल से मिलकर दबाव बनाने की रणनीति बनाई है. टिकट नहीं पाए कई विधायक फोन पर कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्रुप कॉल करके नया राजनीतिक सफर शुरू करने की तैयारी में है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव का ABC फैक्टर…
दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन विभिन्न दलों ने इसके लिए कमर कसना शुरू कर दिया है. इस बार के चुनाव में मुद्दा बदलाव का है और AAP, BJP और Congress अलग-अलग अंदाज में बदलाव की बात कर रही हैं.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के मायने
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना राजनीति के उच्च स्तर पर एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है. हालांकि वास्तविकता यह है कि इस प्रस्ताव के पास सफलता की संभावना बेहद कम है.
क्या देश में One Nation-One Election जरूरी हो गया है?
ऐसी खबर है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को मंजूरी मिलने के बाद केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र या अगले सत्र में इससे जुड़े विधेयक को संसद में पेश कर सकती है.
INDIA गठबंधन का नेतृत्व क्यों करना चाह रही हैं Mamata Banerjee?
इस बार के लोकसभा चुनावों में बीजेपी पूर्ण बहुमत के आंकड़े से 32 सीट दूर रह गई, तब INDIA गठबंधन को लगा कि विपक्ष को एकजुट करने का उसका फॉर्मूला काम कर गया, लेकिन विधानसभा चुनावों के बाद अब ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस INDIA गठबंधन में विलेन बन गई है.
दमन की आग में सुलगता रहा है सीरिया
आखिर क्यों सुलगा सीरिया? क्यों सीरिया के अंदर ही विद्रोह की चिंगारी सुलगी? और क्यों खुद राष्ट्रपति बशर अल-असद ही इस विद्रोह को ठीक से भांप नहीं पाए?
क्या राजनीति में खत्म हो गया शरद पवार का ‘पावर’, आखिर अपने ही घर में कैसे मात खा गए मराठा क्षत्रप?
एक वक्त था जब महाराष्ट्र में शरद पवार की तूती बोलती थी, मगर इस चुनाव उनके सिर्फ 10 उम्मीदवार ही जीतने में कामयाब हुए. अपनी चुनावी चालों से विरोधियों को मात देने में महारत रखने वाले पवार के हाथों से अब राजनीतिक गोटियां लगातार फिसलती दिखने लगी हैं.