Bharat Express

विश्लेषण

कांग्रेस इस समय इंडिया गठबंधन की अगुवाई कर रही है और किस राज्य में गठबंधन करना है और किस राज्य में नहीं करना है, यह कांग्रेस ही तय करती है. कांग्रेस की इच्छा है कि इंडिया गठबंधन के दल और नेता राहुल गांधी का नेतृत्व उसी तरह से स्वीकार करें जिस तरह से एनडीए के दल नरेंद्र मोदी को स्वीकार किए हैं.

प्लास्टिक निर्माण के समय निकलने वाली जहरीली गैस पर्यावरण को प्रदूषित करती है. प्लास्टिक की बैग्स में स्टोर किया गया या रखा हुआ खाना बहुत जल्दी खराब होने लगता है. प्लास्टिक के तत्वों के भोजन में मिल जाने से अस्थमा, मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. प्लास्टिक बैग्स पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ रहा है.

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे धरने से नहीं उठेंगे. किसान इस संघर्ष में पूरी तरह से एकजुट हैं और कह रहे हैं कि किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे.

प्लास्टिक कचरे की समस्या लगातार बढ़ रही है, जिससे पर्यावरण और इंसानी स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं. चीन ने प्लास्टिक कचरे का आयात बंद कर दिया है, जिससे दुनियाभर में इसका निपटारा एक बड़ा संकट बन गया है.

हमारे देश में न्यायपालिका पर बढ़ते काम के बोझ का मुख्य कारण सरकारी तंत्र की विफलता है। जब सरकारी संस्थाएं अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभातीं, तो नागरिकों को न्याय के लिए अदालत का रुख़ करना पड़ता है।

यह संभल है बाबू जरा संभल कर चले तो सबके लिए अच्छा रहेगा, संभल के मस्जिद का विवाद दरअसल ग्लोबल हो गया है.

अग्नि प्रदूषण जंगल की आग और दहन गतिविधियों से उत्पन्न एक गंभीर समस्या है, जो वायु प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, और स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा देती है. भारत सहित निम्न और मध्यम आय वाले देशों में इससे मृत्यु और बीमारियों का बोझ अधिक है, जबकि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के कारण भविष्य में इसकी तीव्रता बढ़ने की आशंका है.

पाकिस्तान में शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच का हालिया संघर्ष जटिल है, जिसकी जड़ें सदियों पुरानी धार्मिक और राजनीतिक विभाजन के इतिहास पर टिकी हैं.

Bharat Express Analysis: बीते कुछ सप्ताह से दिल्ली एनसीआर और उत्तर भारत को प्रदूषण के बादल इस कद्र घेर रखा है कि आम जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है.

साल 2018 में राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस ने ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने का प्रस्ताव पारित किया था. हालांकि, इस मुद्दे पर पार्टी कभी पूरी तरह मुखर नहीं हुई और यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया.