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विश्लेषण

दिल्ली पुलिस एकेडमी में ठेकेदारों और वेंडर्स से मिलकर कमीशन वसूला जा रहा है! एकेडमी के झड़ौदा सेंटर में तैनात एक ACP एकेडमी परिसर से बाहर ठेकेदारों और वेंडर्स के साथ बैठकें कर रहा था.

कभी भी अनजान नंबर से आने वाली वीडियो कॉल को न उठाएँ. कॉल करने वाले के लाख कहने पर भी उनकी बातों में न आएँ. अपने बैंक खाते या अन्य ज़रूरी जानकारी को कभी भी ऐसे जालसाज़ों के साथ शेयर न करें.

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर असम सरकार ने दावा किया है कि बारह ज्योतिर्लिंग में से छठा ज्योतिर्लिंग "भीमाशंकर" असम के गुवाहटी स्थित डाकिनी पहाड़ी पर स्थापित है. जिसके बाद राष्ट्रीय राजनीति में धार्मिक तड़के की यह लड़ाई तेज होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. इससे पहले भी देश के दो अन्य ज्योतिर्लिंगों के पौराणिक महत्व को लेकर विवाद जारी है.

जिमखाना के प्रबंधन द्वारा प्रधानमंत्री आवास के साथ ड्रोन उड़ाने का मामला अब दिल्ली पुलिस के गले की हड्डी बन गया है. इस मामले में पुलिस को तमाम सबूत और शिकायत दी गई. लेकिन आईबी से सेवानिवृत्त एक अफसर के दबाव में आला अधिकारियों ने मामला दर्ज नहीं किया. सूत्रों की मानें तो कल तक कानून का मखौल बनाने वाले इन्हीं अधिकारियों ने अदालत के हस्तक्षेप के बाद थानाध्यक्ष को बलि का बकरा बनाकर लाइन हाजिर कर दिया है.

छापों के दौरान बरामद पैसों में हेरफेर के लिए बदनाम हो रही दिल्ली पुलिस की एक टीम ऐसे ही आरोप में फंस गई है. मामला उत्तर पूर्वी जिला के वाहन चोरी निरोधक दस्ते (AATS) से जुड़ा है. इस टीम ने जिले में चल रहे एक अवैध कैसिनो पर छापा मारा था. जहां से करीब लाख रुपए बरामद करने का दावा किया गया. आरोप है कि टीम ने मौके से पांच लाख रुपए नहीं, बल्कि करीब ढाई करोड़ रुपए पकडे थे.

दिल्ली के रहने वाले जतिन ने स्कूल खत्म करने के बाद इंजीनियर बनने की पढ़ाई शुरू की. लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था.

वासु रुक्खड़ का कहना है कि बच्ची के जन्म और ताने मारने जैसे आरोप बेबुनियाद हैं. यदि ऐसा होता तो वह सूचना मिलने पर बच्ची की तलाश के लिए पुलिस पर दबाव नहीं बनाते.

पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालने बाद संजय अरोड़ा ने चार महिला पुलिस अधिकारियों को जिला और अहम जगह के पुलिस उपायुक्त पद से हटा दिया है. जबकि एक ऐसे अधिकारी को जिले में तैनात कर दिया है, जिसे खुद एक गंभीर मामले में हिरासत में लेने की तैयारी शुरू हो गई थी.

विपक्ष की मांग है कि अडानी समूह पर लगे आरोपों कि न सिर्फ़ जाँच होनी चाहिए बल्कि यह जांच योग्य लोगों द्वारा ही की जानी चाहिये.

श्रीराम मंदिर निर्माण की पूरी यात्रा भाजपा की सत्तालोलुपता से गुथी रही है. पिछले तीन दशकों में भाजपा और संघ परिवार ने नये-नये शगूफे छोड़ कर हिंदू भावनाओं को भड़काने और वोट भुनाने का बार-बार काम किया है.