जिमखाना के सरकारी निदेशक खेल रहे हैं नूरा-कुश्ती
कंपनी अधिनियम की बात करें तो धारा 8 के उप नियम तीन से पांच में साफ़ तौर पर लिखा है कि क्लब के किसी भी सदस्य को वेतन या मानदेय का भुगतान नहीं किया जा सकता.
कंझावला कांड और दिल्ली पुलिस
पीड़िता के पोस्टमॉर्टम से पहले ही दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने मीडिया में बयान दिया कि यह मामला ‘हत्या’ का नहीं बल्कि ‘दुर्घटना’ का है.
Kalpanath Rai Birth Anniversary: उम्मीदों के नाथ थे कल्पनाथ
Kalpnath Rai: कल्पनाथ राय के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही जाती है कि वह जिस चीज़ की कल्पना कर लेते थे उसे धरातल पर उतारने के लिए पूरे जी जान से जुट जाते थे.
कैसे हों भारत और चीन के संबंध?
आंकड़ों के अनुसार 2021 में दोनों देशों के बीच आपसी कारोबार125 अरब डॉलर के पार चला गया था। इस आँकड़े में चीन से होने वाला आयात करीब 100 अरब डॉलर का है।
सरकारी नुमाइंदों ने जिमखाना में फिर कराई फजीहत!
कोरोना काल से ही सरकारी प्रबंधन पर आरोप लग रहा था कि कानूनी लड़ाई के नाम पर क्लब का एक करोड़ रुपए से ज्यादा पैसा खर्च कर दिया गया.
कोचर और धूत ही गिरफ्तार क्यों?
देश की शीर्ष जांच एजेंसियों का सिद्धांत यह होना चाहिये कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। फिर वो चाहे किसी भी विचारधारा या राजनैतिक पार्टी का समर्थक ही क्यों न हो।
ध्वस्त हो रहा है बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब का अंतिम गेटवे जोशीमठ!
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के भूविज्ञानी डॉ विक्रम गुप्ता कहते हैं कि जोशीमठ में धसाव की समस्या दशकों पुरानी है. शहर में अव्यवस्थित विकास से लेकर बड़ी परियोजनाएं भी सकती हैं.
शातिर ने कब्जाई महानायक अमिताभ के रिश्तेदार की करोड़ों की कोठी
न्यू फ्रेंड्स कालोनी की जिस कोठी में नंदा रहते थे वह कंपनी की संपत्ति थी. झा ने राधाकृष्ण और अपने साथी सीए माजिद के साथ मिलकर नकली दस्तावेज बनाए और दिखा दिया कि वह मार्च 2021 में ही इस कंपनी का निदेशक बन चुका था.
महापौर नहीं स्थाई समिति पर नजर लगी है भाजपा की!
आज भले ही हर और चर्चा हो रही है कि दिल्ली नगर निगम में महापौर आम आदमी पार्टी का बनेगा या भाजपा का. लेकिन असली लड़ाई महापौर नहीं बल्कि स्थाई समिति पर कब्जे की है. क्योंकि नगर निगम में तमाम वित्तीय फैसले इसी समिति से मंजूर होते हैं. ऐसे में जो यहां जीत हासिल करेगा, वही निगम का असली मालिक बनेगा.
राज्यों ने पुलिस आधुनिकीकरण का 71 फीसदी पैसा खर्च ही नहीं किया
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा संसद में दी गई जानकारी में सबसे चौंकाने वाली स्थिति दिल्ली की है.