सचिन मीणा और सीमा हैदर (फाइल फोटो)
Seema Haider: 13 मई को नेपाल से भारत आई सीमा हैदर (Seema Haider) को एक के बाद एक ऑफर मिल रहे हैं. 1 महीने में सीमा ने वह मजमा लूटा जो हाल के दिनों में बड़े-बड़े नेता भी नहीं लूट पाए और अभिनेता भी नहीं. फिल्म का ऑफर मिला, 6 लाख सालाना नौकरी का ऑफर मिला. अब 2024 में चुनाव लड़ने का ऑफर मिल गया है और क्लीन चिट मिली तो पार्टी प्रवक्ता बना देंगे यह भी आरपीआई कह रही है. सीमा हैदर एक ऐसा नाम है जो शायद अब किसी से भी अपरिचित नहीं है.
खासियत इनकी इतनी है कि इन्होंने प्रेम में भारत पाकिस्तान की सीमा को लांघने का जो सफल प्रयास किया वह दोनों ही देशों में चर्चा का विषय बन गया. सीमा को लेकर विभिन्न एजेंसियों की पूछताछ खासी चर्चा में रही. बहुत सारे आरोप भी उन पर लगते रहे और यह कहानी अब पुरानी सी लगने लगी. हालांकि इसे बहुत दिन नहीं हुए हैं. सोशल मीडिया के ट्रेंड्स और खबरों में पाठकों, दर्शकों की रुचि इस बात को स्पष्ट करती है कि सीमा सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचने में कामयाब रहीं. सीमा ने एक बहुत बड़ी चीज हम सभी को सिखाई है, दरअसल उन्हें फिल्म का ऑफर या किसी पार्टी में शामिल होकर चुनाव लड़ने का ऑफर यूं ही नहीं मिल रहा. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है उनका लोगों की नजर में आना.
सचिन से की है शादी
सीमा हैदर, सचिन के साथ शादी कर चुकी हैं. सचिन मीणा एक मजदूर हैं, माली हालत खस्ता है, इसके बावजूद सीमा के आने के बाद आज हर न्यूज़ चैनल पर उनका चेहरा भी चमकता दिखाई देता है. सीमा का पूरा मामला टाइमिंग, किस्मत और दर्शकों की रुचि जैसे कुछ विषयों पर गहन अध्ययन करने का मौका देता है. ऐसा नहीं है कि किसी ने पहली बार पाकिस्तान में रहते हुए भारत के किसी व्यक्ति से प्यार किया हो. हां, सीमा को लांघ कर नेपाल के रास्ते आना और उसका खुलकर मुजाहिरा करना यह पहले नहीं किया गया था. गुपचुप घुसपैठ एक अलग मसला है लेकिन बेलौस होकर अपने प्रेमी के पास पहुंचना. उससे शादी करना और फिर खुलकर यह बताना कि मैं गैरकानूनी तरीके से ही आई हूं. इससे सीमा ने अपने केस को मजबूत किया.
…तो चुनाव भी जीत सकती हैं सीमा!
कुछ दिनों पहले सीमा का समर्थन करने वाले एक वरिष्ठ अधिवक्ता से बातचीत के दौरान यह बातें भी स्पष्ट हुई कि सीमा पर खुफिया एजेंसियों से संबंध होने, जासूस होने जैसे आरोप निराधार है. खैर इस पर कोई स्पष्ट टिप्पणी तो जांच एजेंसियां ही कर सकती है, लेकिन इतना तो तय है कि सीमा ने अपने इर्द-गिर्द एक ऐसा माहौल बना दिया है, जो हर उस व्यक्ति को अपनी ओर खींच रहा है जिसे इस वक्त प्रचार की आवश्यकता है. कोई आश्चर्य की बात नहीं कि सीमा न सिर्फ लड़े बल्कि कभी जीत भी जाए. नहीं भी जीतती है तो भी यह बात तय है कि बहुत सी कहानियों की तरह उनकी कहानी एक-दो दिन में सिमटने वाली नहीं है. सोशल मीडिया पर उनकी खबरों को मिलने वाले ट्रेक्शन को जब देखा तो इसी से अंदाजा हो गया कि लोग उनकी कहानी में बहुत स्वाद ले रहे हैं. शायद यही वजह है की सीमा को कोई हीरोइन बनाने की बात कह रहा है.
वह हीरोइन बने ना बने यह अलग बात है लेकिन उनकी जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. साथ ही वह नेता बने या ना बने लेकिन उन्होंने जिस अंदाज में अपने पैंतरे दिखाए, जिस अंदाज में भारत में दाखिल होते ही आनन-फानन में शादी की, सीमा हैदर से सीमा मीणा बन गई. उससे यह तो साफ है की राजनीति में भी उनकी गहरी समझ है. खैर मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा है, ऐसे में थोड़ा इंतजार करना चाहिए उस क्लीन चिट का जिसके बारे में आरपीआई बात कर रही है. यह वही पार्टी है जो सीमा को टिकट देने की इच्छुक है. सीमा की भाषा शैली ने भी लोगों को प्रभावित किया. उनकी हिंदी अच्छी है यही वजह है कि अब मीडिया के चेहरे के तौर पर बहुत से लोग उनका इस्तेमाल करना चाह रहे हैं. सीमा का भविष्य क्या होगा कहना मुश्किल है लेकिन सीमा चर्चा में अभी लंबे समय तक बनी रहेगी.