डॉ. राजाराम त्रिपाठी
भारत एक्सप्रेस
“तिल-तिल मरता किसान और तिल-गुड़ बांटता देश”, अन्नदाता की आहुति और सत्ता का मौन
किसानों की यह लड़ाई किसी मोलभाव की नहीं, अपने हक की है. सरकार की ही गठित एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें धूल फांक रही हैं.
भारत और ब्राजील दोनों मिलकर भर सकते हैं पूरी दुनिया का पेट
"साझे प्रयासों से हर क्षेत्र में हरियाली संभव है." यह उक्ति भारत और ब्राजील जैसे दो कृषि-प्रधान देशों के लिए विशेष रूप से सटीक बैठती है.