प्रतीकात्मक तस्वीर
Aditya Birla Group In Jewellry business : आदित्य बिड़ला ग्रुप ने आज रीटेल ज्वैलरी सेगमेंट में एट्री करने की घोषणा की . खबर है कि आदित्य बिड़ला ग्रुप अपने नए वेंचर के लिए Novel Jewels के साथ हाथ मिलाया है. लेकिन खबर ये है कि मार्केट में इस घोषणा से कोई हलचल नहीं हुई. खास तौर पर रीटेल ज्वैलरी के बड़े प्लेयर तनिष्क के मार्केट शेयर को लेकर कई सवाल उठ रहे है.
दरअसल सालों पहले जब बिड़ला ग्रुप ने पेंट के बिजनेस में एट्री थी तब पेंट कंपनियों के शेयर बुरी तरह से पिटे थे. इसीलिए मार्केट में उस तरह का मूवमेंट देखने की उम्मीद की जा रही थी . साथ ही ये सवाल उठ रहा कि क्या तनिष्क को अपनी मार्केट पोजीशन के लिए डरना चाहिए.
ये भी पढ़ें- लेंडर्स का BYJU’S पर पलटवार, मुकदमे को बताया कर्ज से बचने की कोशिश
क्या है कारण –
पेंट और ज्वैलरी के बीच में डिफरेंस होता है. दरअसल ज्वैलरी बिजनेस पूरी तरह से भरोसे पर टिका होता है. टाटा ग्रुप ने जब ज्वैलरी बिजनेस में कदम रखा था. उस वक्त उन्होने कस्टमर्स का भरोसा जीतने के लिए कैरेटमीटर के साथ सोने की शुद्धता चेक करने की शुरूआत की थी. उसी के आधार पर वो ज्वैलरी सेगमेंट के बड़े प्लेयर बनने में कामयाब रहे. यानि तनिष्क ने लोगों का भरोसा जीता. यही वजह है कि बिड़ला के इस सेगमेंट में आने की घोषणा खलबली पैदा करने में नाकामयाब रही. क्योंकि बिजनेस को समझने वाले जानते हैं कि ज्वैलरी सेगमेंट में ब्रांड बनाना मुश्किल काम है.
क्या है आदित्य ग्रुप का प्लान-
जैसा कि हमने आपको बताया कि अपने इस वेंचर के लिए आदित्य बिड़ला ग्रुप nowel jewels के साथ में ज्वैलरी सेगमेंट में एंट्री करने वाला है. ग्रुप इसके लिए 5000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी. बताया जा रहा है कि ग्रुप पूरे देश में 150-200 लॉन्ग फॉर्मेट स्टोर्स की शुरूआत करने वाला है.