UPI PAYMENT
नई दिल्ली : 1 अप्रैल से नया फाइनेंशियल ईयर शुरू हो रहा है. इसी के साथ नियमों की नई किस्त भी आम आदमी की जिंदगी में दाखिल होने वाली है. खैर, UPI यानि GPAY, PAYTM, BHARATPE जैसे ऐप के जरिए पेमेंट पर अब आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी. दरअसल सरकार ने 2000 रुपए से ज्यादा कीमत वाले पेमेंट पर 1.1 फीसदी सरचार्ज लगाने का फैसला किया है. यह चार्ज व्यापारियों को पेमेंट करने वाले यूजर्स को देना पड़ेगा.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI) ने मंगलवार को एक सर्कुलर जारी कर इस बात की सूचना दी. सर्कुलर में पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) के UPI पेमेंट पर 1.1% की इंटरचेंज फीस लगाने की बात कही गई है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ने इस सर्कुलर में 30 सितंबर 2023 या उससे पहले पहले इसकी समीक्षा करने की बी बात कही है. आपको बता दें कि PPI में वॉलेट या कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन आता है. इंटरचेंज फीस ऐसे ही कार्ड भुगतान से जुड़ा होता है और इसे ट्रांजैक्शन कॉस्ट को कवर करने के लिए वसूल किया जाता है.
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एक तिहाई पेमेंट 2000 रुपए से ज्यादा
रिपोर्ट की मानें तो हमारे देश में 70 फीसदी UPI पेमेंट 2,000 रुपये से ज्यादा मूल्य के होते हैं. यही वजह है कि सरकार अब ऐसे पेमेंट पर 0.5 से लगभग 1.1 फीसदी का इंटरचेंज लगाने की तैयारी कर रही है.
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इन्हें नहीं देना होगा सरचार्ज-
अलग-अलग सेक्टर्स के लिए NPCI ने इंटरचेंज फीस अलग निर्धारित की है. फार्मिंग और टेलीकॉम सेक्टर में सबसे कम इंटरचेंज फीस तय की गई है. सरकुलर में ये भी कहा गया है कि बैंक अकाउंट और PPI वॉलेट के बीच पीयर-टू-पीयर (P2P) और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट (P2PM) में किसी तरह के ट्रांजैक्शन पर कोई फीस नहीं वसूली जाएगी . इन्हें सरचार्ज के दायरे से बाहर रखा गया है.
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