प्रतिकात्मक तस्वीर
सरकार ने निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है। जी हां, आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने SCSS, SSY, NSC समेत कई छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें बढ़ाने का एलान किया है। यह घोषणा वित्त मंत्रालय ने 31 मार्च 2023 को सर्कुलर जारी करते हुए की है। इन योजनाओं को अप्रैल-जून 2023 तिमाही के लिए 70 bps बढ़ाया जायेगा जिसमें सभी पोस्ट ऑफिस स्कीम्स, सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी कई स्मॉल सेविंग्स स्कीम शामिल हैं। वहीं, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) में निवेश करने वालों के लिए बुरी ख़बर है क्योंकि सरकार ने लगातार दूसरे क्वार्टर में PPF की ब्याज दरों में कोई इजाफा नहीं किया है।
जानिए क्या है लेटेस्ट Small Savings Scheme की ब्याज दरें
Instrument | Rate of interest (%)w.e.f 01.01.2023 to 31.03.2023 | Rate of interest (%)w.e.f 01.04.2023 to 30.06.2023 |
Savings Deposit | 4.0 | 4.0 |
1 Year Time Deposit | 6.6 | 6.8 |
2 Year Time Deposit | 6.8 | 6.9 |
3 Year Time Deposit | 6.9 | 7.0 |
5 Year Time Deposit | 7.0 | 7.5 |
5 Year Recurring Deposit | 5.8 | 6.2 |
Senior Citizen Savings Scheme | 8.0 | 8.2 |
Monthly Income Account Scheme | 7.1 | 7.4 |
National Savings Certificate | 7.0 | 7.7 |
Public Provident Fund Scheme | 7.1 | 7.1 |
Kisan Vikas Patra | 7.2 (will mature in 120 months) | 7.5 (will mature in 115 months) |
Sukanya Samridhhi Account Scheme | 7.6 | 8.0 |
Source: Ministry of Finance
सरकार ने निवेशकों के लिए किया बड़ा काम
केंद्र सरकार की ब्याज को बढ़ाने की घोषणा के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय बचत योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र, किसान विकास पत्र, सभी पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम और सुकन्या समृद्धि खाता योजना की ब्याज दरों को बढ़ाया जाएगा। पिछली बार दिसंबर क्वार्टर में सरकार ने ब्याज दरों को 20 बेसिस प्वाइंट से लेकर 110 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ाया था।
पहले कितनी बढ़ी थी ब्याज दरें
आपकी बता दें की वित्त मंत्रालय ने दिसंबर में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के लिए 20 बेसिस पॉइंट से लेकर 110 बेसिस पॉइंट तक बढ़ाया था। उस समय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय बचत योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र, किसान विकास पत्र समेत सभी पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट योजनाओं पर ब्याज दरों में वृद्धि हुई थी। साथ ही, इससे पहले भी वित्तमंत्रालय ने 30 सितंबर को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों को बढ़ाया था। जिसमे ब्याज दरें केवल 10 बेसिस पॉइंट से 30 बेसिस पॉइंट तक ही बढ़ाई गई थी।