Bharat Express

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भारत ने अक्टूबर 2024 में 39.2 अरब डॉलर के रिकॉर्ड निर्यात का आंकड़ा हासिल किया, जो पिछले दशक में सबसे बड़ा है. इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मास्युटिकल्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों ने इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो सरकार की नीति सुधारों और व्यापारिक प्रोत्साहनों का परिणाम है.

भारत के चावल का निर्यात अक्टूबर 2023 में 0.57 अरब डॉलर से 85.79 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 1.05 अरब डॉलर हो गया. निर्यात को आसान बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों के बाद ऐसा हुआ है.

यह पूरी परियोजना भारत की "मेक इन इंडिया" पहल को बढ़ावा देती है. यह न केवल भारतीय उत्पादन क्षमता को मजबूत करती हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान करती हैं.

ग्लोबल ब्रांड एम्मार की भारतीय इकाई गुरुग्राम के सेक्टर-62 में अपने नए लग्जरी रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट ‘Amaris’ के तहत निवेश करेगी.

ग्लोबल ब्रोकरेज CLSA का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप 2.0 में China और America में ट्रेड वार में वृद्धि होगी. काफी हद तक इसका लाभ भारत को होगा.

केयरएज रेटिंग्स को उम्मीद है कि लिथियम-आयन बैटरी को लेकर भारत में आयात जरूरत वित्त वर्ष 2027 तक घटकर 20 प्रतिशत रह जाएगी.

मूडीज रेटिंग्स के अनुसार, यह भी उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करने के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी स्थिर गति बनाए रखेगी.

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना एक जन कल्याणकारी योजना है, जिसे नवंबर 2008 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया था.

वर्ल्ड स्पाइस ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष रामकुमार मेनन के अनुसार, भारतीय मसाला निर्यात वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 4.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10,900 करोड़ रुपये के वित्तीय प्रावधान के साथ पीएम ई-ड्राइव योजना को मंजूरी दी है, जो 1 अक्टूबर से प्रभावी हुई है और 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी.