Bharat Express

IT में आफत, बड़ी कंपनियों ने की नौकरियों में कटौती, जानें कंपनियों के नाम

चौथी तिमाही के नतीजे पेश करते वक्त जो जानकारी दी उससे पता चलता है कि TCS ने 2022-23 में कंपनी ने मात्र 22,600 नए कर्मचारियों को नौकरी पर रखा जबकि

IT SECTOR HIRING

प्रतीकात्मक तस्वीर

IT Sector Hiring – आईटी सेक्टर ( IT SECTOR )  में काम करने के इच्छुक लोगों के लिए खबर अच्छी नहीं है. दरअसल इस सेक्टर में हायरिंग ( HIRING IN IT ) को लेकर जैसी उम्मीद जताई जा रही थी वैसा कुछ नहीं है. बल्कि आने वाले वक्त में इस सेक्टर में नौकरियों में बारी कमी आने वाली है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि TCS-Infosys जैसी बड़ी IT कंपनियों ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में 2021-22 के मुकाबले हायरिंग में भारी कटौती की है.

चौथी तिमाही के नतीजों से पता चली जानकारी-

दोनों कंपनियों ने चौथी तिमाही के नतीजे पेश करते वक्त जो जानकारी दी उससे पता चलता है कि TCS ने 2022-23 में कंपनी ने मात्र 22,600 नए कर्मचारियों को नौकरी पर रखा जबकि 2021-22 में ये संख्या 1.03 लाख थी.जिसका सीधा मतलब है कि कंपनी ने हायरिंग में 78 फीसदी तक की कटौती है. फिलहाल टीसीएस ( TCS )  में 614795 कर्मचारी काम करते हैं. जिनमें से 821 लोगों की हायरिंग चौथी तिमाही में हुई है.

ये भी पढ़ें- TCS का ऐलान , जल्द लेकर आएगा CHAT GPT जैसा टूल जो सॉल्व करेगा हर समस्या

वहीं इंफोसिस ( INFOSYS ) की बात करें तो इंफोसिस ने 2022-23 में 29,219 कर्मचारियों को काम पर रखा जो कि 2021-22 की तुलना में 46 फीसदी कम है. कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में 54 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को हायर किया था. जनवरी से मार्च तिमाही में इंफोसिस के हेडकाउंट में 3611 की कमी आई है. 31 मार्च 2023 तक कंपनी में टोटल 3,43,234 लोग काम कर रहे हैं. कंपनी ने ऐलान किया है कि 2022-23 में 51,000 फ्रेशर्स को हायर किया था लेकिन इस साल यानि 2023-24 में कितने फ्रेशर्स हायर किए जायेंगे इसका खुलासा अभी तक नहीं किया है. टीसीएस के चीफ एचआर ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ की मानें तो पिलहाल कंपनी  46,000 ऑफर्स जारी कर चुकी है.

ये भी पढ़ें-

PVR-Inox की अनोखी पहल , मात्र 1 रुपये में दिखाया जाएगा 30 मिनट का शो, जाने इसके पीछे की वजह

यानि कहा जा सकता है कि आईटी सेक्टर में फिलहाल सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हाल के दिनों में फायरिंग की खबरे सबसे ज्यादा आईटी सेक्टर से ही आई है, और अब बड़ी कंपनियों का हायरिंग को लेकर ये नजरिया बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है.

Also Read