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₹2000 के नोट बदलने के लिए नहीं होगी पहचान बताने की जरूरत: SBI

सोशल मीडिया पर लगातार इस तरह के मैसेज वायरल हो रहे थे. जिनमें कहा जा रहा था कि नोट बदलवाने के लिए लोगों को आईडी प्रूफ देना होगा. जिसके चलते जनता में कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हो रही थी. इसी वजह से एसबीआई ने ये निर्देश जारी  किया

प्रतीकात्मक तस्वीर

₹2000  Notes Exchange: 19 मई को Reserve Bank Of India ने ₹2000 के नोट वापस लेने का आदेश जारी किया. आरबीआई के मुताबिक अब इन नोटों का सर्कुलेशन बंद हो जाएगा. इसीलिए लोग 30 सितंबर तक बैंकों में जाकर इन्हें बदलवा लें. एक बार में एक आम नागरिक केवल 20,000 रुपये बदल सकता है. यानी 2000 रुपये के 10 नोट ही एक साथ बदलने की इजाजत होगी. इसी संबंध में SBI ने निर्देश जारी किया है कि 20,000 रुपये बदलने के लिए किसी भी तरह के पहचान पत्र या फॉर्म की जरूरत नहीं होगी. यानि अगर आप 20 हजार रुपए के  नोट बदलवाएंगे तो आपको आईडीप्रूफ दिखाना नहीं होगा न ही किसी तरह का कोई फार्म भरना होगा.

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दरअसल सोशल मीडिया पर लगातार इस तरह के मैसेज वायरल हो रहे थे. जिनमें कहा जा रहा था कि नोट बदलवाने के लिए लोगों को आईडी प्रूफ देना होगा. जिसके चलते जनता में कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हो रही थी. इसी वजह से एसबीआई ने ये निर्देश जारी  किया है.

कहां बदले जा सकते हैं नोट- बैंक में जाकर ये नोट आसानी से बदल जा सकते हैं यहां तक कि अगर किसी के पास बैंक खाता नहीं है ऐसे लोग भी जाकर के अपने नोट बदलवा सकते हैं. इसके अलावा ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोग बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट सेंटर जाकर भी 2000 रुपये के नोट को एक्सचेंज करवा सकते हैं. इन सेंटर्स पर मात्र 4000 रुपये तक के ही 2000 रुपये के नोट बदले जा सकते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट एक बैंक की तरह की काम करते हैं. ये ग्रामीणों को बैंक अकाउंट खोलने में मदद करते हैं. वो ट्रांजैक्शन भी करते है.

क्यों लिया RBI ने ये फैसला- RBI ने 2000 के नोट बदलने का फैसला क्लीन नोट पॉलिसी के तहत लिया है. इस पॉलिसी के तहत 2000 रुपए के नोटो को धीरे धीरे चलन से वापस लिया जाएगा. 2000 रुपये के नोट को नोटबंदी के बाद मार्केट में आई कैश की कमी को पूरा करने के लिए लाया गया था. शुरूआत में इन नोटों का इस्तेमाल हुआ लेकिन धीरे-धीरे इनके इस्तेमाला में कमी आने लगी. जिसकी वजह से 2018-19 में इनकी छपाई बंद कर दी गई. मौजूदा समय में जितने करेंसी नोट सर्कुलेशन में हैं उनका केवल 10 फीसदी हिस्सा ही 2000 रुपये के नोट हैं. जबकि 2018 के मार्च में यह 31 फीसदी के करीब पहुंच गया था.इन्ही सब कारणों से RBI ने नोट वापस लेने का फैसला किया है.

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