
दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक घर के भीतर मां और बेटे की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. यह दिल दहला देने वाली वारदात 2 जुलाई की रात सामने आई, जब 44 वर्षीय कुलदीप ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर बताया कि उनकी पत्नी और बेटा फोन का जवाब नहीं दे रहे हैं, घर का दरवाजा बंद है और सीढ़ियों पर खून के धब्बे दिखाई दे रहे हैं.
सूचना मिलते ही PCR और जांच अधिकारी मौके पर पहुंचे
सूचना मिलते ही PCR और जांच अधिकारी मौके पर पहुंचे और कुलदीप से जानकारी लेने के बाद SHO के साथ मिलकर दरवाजा जबरन खोला गया. अंदर का दृश्य खौफनाक था – 42 वर्षीय रुचिका सेवानी और उनका 14 वर्षीय बेटा कृष सेवानी खून से लथपथ मृत पाए गए. रुचिका और कुलदीप लाजपत नगर मार्केट में एक कपड़ों की दुकान चलाते थे और कृष दसवीं कक्षा का छात्र था.
दोहरे हत्याकांड की जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
इस दोहरे हत्याकांड की जांच में जो खुलासा हुआ, वह और भी चौंकाने वाला था. मुख्य आरोपी की पहचान 24 वर्षीय मुकेश के रूप में हुई, जो बिहार के हाजीपुर का निवासी है और अमर कॉलोनी में रह रहा था. मुकेश उसी दुकान पर ड्राइवर और सहायक के रूप में काम करता था, जिसे सेवानी परिवार ने रोजगार दिया हुआ था. घटना के बाद वह फरार होने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया.
घर के आस-पास के खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज
पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे आपसी विवाद, बदले की भावना या लूट की नीयत हो सकती है. फॉरेंसिक टीम, क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की टीमें लगातार जांच में जुटी हैं. घर के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आरोपी से पूछताछ जारी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस डबल मर्डर के पीछे की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा.
क्या अब भरोसा करना भी होता जा रहा है खतरनाक?
यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि उस भरोसे के कत्ल का है जिसे एक परिवार ने अपने कर्मचारी पर जताया था. एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है – क्या अब अपने आस-पास के लोगों पर भी आंख मूंदकर विश्वास करना खतरनाक होता जा रहा है?
-भारत एक्सप्रेस
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