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क्या EVM की बैट्री से हो सकती है छेड़छाड़? पूर्व चुनाव आयुक्त ने जो कहा, उसे आपको भी जानना चाहिए

चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने ईवीएम को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पार्टी का कहना है कि ईवीएम की बैट्री (EVM battery) से छेड़छाड़ की गई है.

EVM battery

क्या EVM की बैट्री से हो सकती है छेड़छाड़?

हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. भाजपा जीत की हैट्रिक लगाते हुए तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. वहीं कांग्रेस को चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी को 48सीटों पर जीत मिली है, वहीं कांग्रेस के खाते में सिर्फ 37 सीटें आई हैं. चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने ईवीएम को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पार्टी का कहना है कि ईवीएम की बैट्री (EVM battery) से छेड़छाड़ की गई है. उसका कहना है कि जहां पर ईवीएम में बैट्री ज्यादा थी, वहां भाजपा को जीत मिली, लेकिन जहां पर ईवीएम की बैट्री 60-70 फीसदी थी, वहां कांग्रेस के उम्मीदवार जीते हैं.

EVM battery पर क्या बोले ओपी रावत?

कांग्रेस की ओर से ईवीएम की बैट्री को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर पूर्व चुनाव आयुक्त ओपी रावत का कहना है कि EVM की बैट्री आजतक खराब नहीं हुई है, इसके साथ ही छेड़छाड़ भी संभव नहीं है. आजतक में छपी रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व चुनाव आयुक्त ओपी रावत का कहना है कि ईवीएम की बैट्री में छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. इसके अलावा बैट्री के चार्जिंग प्रतिशत की वजह मॉक पोल होता है.

ओपी रावत आगे बताते हैं कि कई बार मॉक पोल बहुत ज्यादा लोगों के साथ नहीं किया जाता है, जबकि कई बार इस मॉक पोल में ज्यादा लोग शामिल होते हैं, ऐसे में यह स्वाभाविक है कि बैट्री परसेंटेज सबका अलग-अलग होता है.

खराब नहीं होती है बैट्री

पूर्व चुनाव आयुक्त ने आगे कहा, EVM की बैट्री (EVM battery) कभी खराब नहीं हुई है, मतदान के समय अगर कोई गड़बड़ी होती है तो ईवीएम को बदल दिया जाता है, लेकिन बैट्री कभी नहीं बदली जाती है. उन्होंने कहा, ईवीएम को जब स्ट्रॉग रूम भेजा जाता है तो बाकायदा उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाती है, इस दौरान उम्मीदवारों के प्रतिनिधि भी मौजूद होते हैं, जिनसे हस्ताक्षर भी कराया जाता है.

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कांग्रेस ने क्या आरोप लगाया?

बता दें कि मंगलवार (8 अक्टूबर) को चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ईवीएम को लेकर आरोप लगाए थे. उन्होंने इस दौरान कहा था कि जहां ईवीएम में 99% बैटरी थी, वहां बीजेपी जीती है. जहां 70% से कम बैटरी थी, वहां कांग्रेस जीती है. ये अगर साजिश नहीं है तो क्या है? 12 से 14 सीटों पर ऐसी शिकायतें मिली हैं.

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

इन आरोपों पर चुनाव आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि ईवीएम के कंट्रोल यूनिट में एल्केलाइन बैट्री का इस्तेमाल किया जाता है. कंट्रोल यूनिट में नई बैट्री EVM की कमीशनिंग के दिन उम्मीदवारों की मौजूदगी में डालकर सील की जाती है.

-भारत एक्सप्रेस



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