फाइल फोटो-सोशल मीडिया
Mamata Banerjee on PM Modi Meditation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर मेडिटेशन करने को लेकर सियासी घमासान छिड़ गया है. कांग्रेस के बाद अब टीएमसी प्रमुख व पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने हमला बोला है और कहा है कि उनको कैमरे के सामने ध्यान क्यों लगाना है?
बता दें कि 1 जून को लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण को लेकर मतदान होगा. आज यानी 30 मई को चुनाव प्रचार भी थम जाएगा. इसके बाद पीएम मोदी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर ध्यान लगाने के लिए चले जाएंगे. पीएम की ओर से की गई ये घोषणा के बाद से ही विपक्ष लगातार पीएम और भाजपा पर हमलावर है. ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की इस घोषणा पर कहा है कि “उनको कैमरे के सामने ध्यान क्यों लगाना है. वो एक पीएम के रूप में प्रचार नहीं कर सकते हैं.”
लोगों को दिखाना चाहते हैं
बता दें कि जब से ध्यान को लेकर पीएम मोदी की ओर से घोषणा की गई है, तभी से इस पर सियासत तेज हो गई है. इसको लेकर ममता बनर्जी पहले भी निशाना साध चुकी हैं. जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र के बरुईपुर में उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि क्या कोई कैमरे के सामने ध्यान करता है? वह लोगों को दिखाना चाहते हैं पीएम की ध्यान कर रहे हैं. यही नहीं ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए ये भी कहा था कि वह भगवान हैं, तो उनको ध्यान क्यों करना है. इसी के साथ ही टीएमसी प्रमुख ने ये भी कहा था कि पीएम इस तरह का प्रचार नहीं कर सकते हैं. ये तो सीधा-सीधा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे.
कांग्रेस ने की है चुनाव आयोग से शिकायत
बता दें कि 29 मई को इस सम्बंध में कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है. राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल चुनाव आयोग के अधिकारी से मुलाकात की थी और ज्ञापन सौंपते हुए कहा था कि हमने चुनाव आयोग से ये बताया है कि चुनाव से 48 घंटे पहले जब प्रचार बंद हो जाता है, तो किसी भी रूप में प्रचार करने की अनुमति नहीं होती है. पीएम मोदी का मेडिटेशन आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. इसके प्रसारण पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए या फिर इस कार्यक्रम को रद्द कर देना चाहिए.
-भारत एक्सप्रेस
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