सांकेतिक तस्वीर
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा जारी है. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले यहां पर भाजपा कार्यकर्ता की चाकू घोपकर निर्मम हत्या कर दी गई है. बता दें कि लोकसभा चुनाव खत्म हो गए हैं और 4 जून को वोटों की गिनती होगी लेकिन बंगाल में अभी भी चुनावी हिंसा खत्म होने का नाम नही ले रही है.
मामला बंगाल के नदिया जिले के कालीगंज इलाके से सामने आया है. फिलहाल मृतक की पहचान हाफिजुर शेख के रूप में हुई है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक एक जून को कैरम खेलते समय उस पर हमला किया गया था. पहले उसे गोली मारी और फिर चाकू से घोंपकर हत्या कर दी गई. फिलहाल पुलिस मामले में अब हमलावरों की पहचान करने में जुट गई है. बता दें कि बंगाल में चुनाव से पहले से ही हिंसा जारी है और चुनाव के दौरान भी भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या की खबर सामने आई है. तो वहीं कई जगहों पर बमबाजी की भी जानकारी सामने आई थी. चुनाव के दौरान बंगाल में हिंसा राजनीतिक दलों का मुख्य मुद्दा रहा. भाजपा ने लगातार सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी पर इसको लेकर हमला बोला और कई गम्भीर आरोप भी लगाए.
चुनाव आयोग को मिली 2500 से अधिक शिकायतें
लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों की ओर से 2500 से अधिक शिकायतें मिली हैं, जिसमें पोलिंग बूथ पर एजेंट्स को जाने से रोका जाना, वोटर्स को धमकाना से लेकर ईवीएम में गड़बड़ी तक की शिकायतें शामिल हैं. तो वहीं 1 जून को पश्चिम बंगाल की बारासात, दम दम, जयनगर, बशीरहाट, डायमंड हार्बर, जादवपुर, माथुरपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीटों पर वोटिंग हुई थी. इस दौरान भाजपा ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर धमकाने का आरोप लगाया था.
जानें क्या है एग्जिट पोल का दावा?
फिलहाल इस बार के अधिकांश एग्जिट पोल दावा कर रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में भाजपा को बड़ी सफलता मिलने वाली है. दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटों में से इंडिया गठबंधन को मात्र 13 से 17 सीट ही मिल सकती हैं तो वहीं भाजपा को 23 से 27 सीटें मिल सकती हैं. बता दें कि यहां पर कांग्रेस और वाम मोर्चा इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. तो वहीं टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद अकेले चुनाव लड़ा था.
-भारत एक्सप्रेस