IPS अधिकारी का एक अनोखा अंदाज
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने पुलिस के रिस्पांस टाइम और सतर्कता को जांचने के लिए अनोखा और अलग तरीका निकाला. चारू निगम ने लूट की सूचना देते समय खुद का नाम सरिता चौहान बताया.
हेलो! मैं सरिता चौहान बोल रही हूं. दिबियापुर रोड प्लास्टिक सिटी के पास बाइक सवार 2 लुटेरों ने तमंचा दिखाकर लूटपाट की. इस घटना की जानकारी मिलते ही थाना और चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची. और सरिता से घटना कि जानकारी ली. उन्होंने बताया कि वह बाइक से जा रही थी. तभी अचानक रास्ते में उनके साथ ये घटना हुई. गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम 112 पर यह सूचना आग की तरफ फैल गई.
घटनास्थल पर मोबाइल फोन से बात कर रही महिला से पुलिस ने उनसे नाम पूछा. पता लगा कि उसी ने सूचना दी है. नाम भी बताया. इसके बाद पुलिस ने आने जाने वाले वाहनों को रोकते हुए सतर्कता बढ़ा दी. देर शाम तक ये सिलसिला जारी रहा.
बाद में पता लगा कि पीड़िता कोई और नहीं पुलिस अधीक्षक चारू निगम ही हैं. जिन्होंने महकमे की मुस्तैदी को जांचने के लिए झूठी लूट की घटना होने की सूचना दी.
बता दें पुलिस महकमें की जांच पड़ताल करने के लिए मैडम पुलिस अधीक्षक ने अनोखा जाल बिछाया. इसके लिए मैडम ने सबसे पहले तो रास्ते का सुनसान रास्ता चुना ताकि किसी को भी किसी तरह का शक ना हो. इतना ही मैडम साहिबा ने तमंचे के बल पर अपने साथ लूट होने की जानकारी पुलिस थाने में दी. इसके साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम सहिल हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया.
काफी देर तक पुलिस इधर से उधर लुटेरों को पकड़ने के लिए भागती रही. कुछ समय बीत जाने के बाद सारा सच पता लगा तो उनके चेहरे का रंग बदला गया, क्योंकि, घटना की जानकारी पर उनके हाथ पांव फूल गए थे.
उन्होंने कहा कि वह बाइक से जा रही थी. रास्ते में उनसे लूट हो गई. पहुंचे पुलिस कर्मियों में कोई भी उन्हें पहचान नहीं सका.
-भारत एक्सप्रेस
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