सांकेतिक फोटो-सोशल मीडिया
Aadhaar Card: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी किया गया आधार कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए एक अनिवार्य पहचान प्रमाण पत्र है. इसे किसी भी व्यक्ति द्वारा प्राप्त किया जा सकता है, चाहे वह नवजात शिशु हो या कोई वरिष्ठ नागरिक. प्रत्येक भारतीय नागरिक के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है. यह महत्वपूर्ण है कि आपका आधार डेटा हमेशा सही और अपडेट रहे.
चूंकि आधार का उपयोग पहचान और पते के प्रमाण के रूप में किया जाता है, इसलिए आधार कार्ड की प्रामाणिकता की जांच करना बहुत ही जरूरी है. जब आधार कार्ड को पहचान के प्रमाण के रूप में किसी संगठन में जमा किया जाता है, तो इसकी प्रामाणिकता को सत्यापित करने का सवाल अक्सर ही उठाया जाता है.
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ( UIDAI ) के मुताबिक , ‘आधार’ की सत्यता ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आसानी से जांची जा सकती है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, PIB की विज्ञप्ति के मुताबिक, ये वे तरीके हैं जिनसे आधार को सत्यापित किया जा सकता है. आप आसानी से ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से आधार कार्ड की प्रामाणिकता जांच सकते हैं.
पीआईबी की विज्ञप्ति के मुताबिक, “यूआईडीएआई निवासियों के लिए एक अतिरिक्त जांच के रूप में ‘आधार’ को सत्यापित करने की सिफारिश करता है, उदाहरण के लिए, किसी कर्मचारी, घरेलू कर्मचारी, ड्राइवर को काम पर रखने या किराएदार को किराए पर देने के समय. आम जनता भी किसी भी समय पृष्ठभूमि जांच के एक भाग के रूप में किसी अन्य व्यक्ति के आधार को सत्यापित कर सकती है.”
ऑनलाइन मोड
अपने आधार कार्ड की प्रामाणिकता ऑनलाइन तरीके से जांचने के लिए https://myaadhaar.uidai.gov.in/verifyAadhaar पर जाएं. इसके बाद ‘लॉगिन (आधार और OTP के साथ लॉगिन)’ पर क्लिक करें. अब अपना 12 अंकों का आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें, फिर ‘OTP के साथ लॉगिन’ चुनें. इसके बाद विवरण सबमिट करने के बाद, सिस्टम आधार नंबर को सत्यापित करेगा और सत्यापन स्थिति दिखाएगा. इस तरह आप आसानी से घर बैठे आधार कार्ड की प्रामाणिकता जांच सकते हैं. UIDAI ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अपने आधार की वैधता की नियमित रूप से जांच करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह वास्तविक है और पहचान धोखाधड़ी से सुरक्षित है.
ऑफलाइन मोड
प्रत्येक आधार कार्ड, पत्र, ई-आधार में एक सुरक्षित क्यूआर कोड होता है जिसमें नाम, लिंग, जन्म तिथि और पता जैसी जनसांख्यिकीय जानकारी के साथ-साथ आधार संख्या धारक की तस्वीर भी होती है. क्यूआर कोड में दी गई जानकारी सुरक्षित और छेड़छाड़-रहित है क्योंकि यह यूआईडीएआई द्वारा डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित है, भले ही आधार कार्ड में किसी अन्य व्यक्ति की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई हो. “आधार क्यूआर स्कैनर” ऐप, जो प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर उपलब्ध है, क्यूआर कोड को पढ़ सकता है.
-भारत एक्सप्रेस