पंजाब में अमृतपाल और उसके समर्थकों द्वारा थाने पर हमला
Delhi: पंजाब में हाल में हुए घटना को लेकर अब केंद्रीय गृह मंत्रालय भी एक्शन के मूड में दिख रहा है. खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने अजनाला में थाने पर धावा बोलते हुए पुलिस को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. अपने एक साथी की रिहाई को लेकर अमृतपाल सिंह थाने पर हथियारों से लैस होकर पहुंचा था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस से मांगी घटना की रिपोर्ट
अब इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय भी अलर्ट मोड में है. मामले की विस्तृत रिपोर्ट पंजाब पुलिस से मांगी गई है. अमृतपाल सिंह की गतिविधियों को लेकर केंद्रिय सुरक्षा एजेंसियों ने पहले भी सरकार को अलर्ट किया था. वहीं अब भी केन्द्र सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में है. मिली जानकारी के अनुसार पंजाब में विगत दो-तीन दिन में जिस तरह की घटनाएं हुईं हैं उस पर इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट को गृह मंत्रालय के उच्च अधिकारियों के साथ साझा किया गया है.
थाने में घुस कर पुलिस को सरेंडर के लिए किया मजबूर
अपने साथी को छुड़ाने थाने पहुंचे अमृतपाल और उसके समर्थकों ने पुलिस से हिंसक झड़प होने के बाद उसे सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया था. अमृतपाल के समर्थक थाने में हथियार लेकर घुस गए थे. इसके बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए उनके करीबियों को भी छोड़ दिया गया.
इसे भी पढ़ें: Atiq Ahmed: अपराध की दुनियां में अतीक अहमद के 43 साल, 100 से ज्यादा मुकदमें, सजा किसी में नहीं, कई मुकदमे सरकारों ने लिए वापस
लवप्रीत सिंह तूफान को छुड़ाने थाने पहुंचा था अमृतपाल.
पंजाब में थाने पर हुए हमले में अमृतपाल लवप्रीत सिंह तूफान को छुड़ाने थाने पहुंचा था . जिसे अजनाल पुलिस ने दंगा और अपहरण के आरोप में इसी 18 फरवरी को गिरफ्तार किया था. अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख भी है. वहीं लवप्रीत सिंह तूफान इस संगठन से जुड़ा है और वह अमृतपाल सिंह का काफी करीबी है.
अजनाला में हुए इस तरह की हिंसात्मक गतिविधि के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. अमृतपाल के भड़काऊ बयान और उसकी इस हरकत के मद्देनजर अब गृह मंत्रालय ने इस पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा पंजाब पुलिस से मांगा है.